Supreme Court:जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धुलिपुड़ी ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के मामले में अनपी राय रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता के मामले में शनिवार देर रात को सुनवाई की थी क्या कोर्ट हमारे मामले में भी देर रात तक सुनवाई करेगा।
1 जुलाई को कोर्ट से मिली थी राहत
बता दें तीस्ता सीतलवाड़ के केस पर 1 जुलाई को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण दिया था, उन पर 2002 के गुजरात दंगों में कथित तौर पर गनगढ़त तथ्य रच कर समाज में अशांति फैलाने व निर्दोष लोगों को फंसाने का आरोप लगाया गया था। जिस मामले में कोर्ट ने उन्हें राहत दी है।
पुस्तक विमोचन में हिस्सा लेते समय दिया था बयान
जेएनयू की कुलपति ने यह बयान एक मराठी पुस्तक के विमोचन के दौरान मंच पर बोलते हुए दिया था। उन्होंने कहा कि “वामपंथी परिवेश अभी तक मौजूद है, आप सब लोग जानते है कि सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ के मामले में शनिवार देर रात को सुनवाई की थी मगर क्या कोर्ट हमारे लिए ऐसा करेगा।
गौरतलब है कि जेएनयू की कुलपति का शांतिश्री धुलिपुड़ी ने वर्ष पिछले साल ही अपना पद संभाला था, जेएनयू में आने के बाद उन्होंने कैंपस में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर और राष्ट्रीय झंडा लगाने का आदेश दिया था। जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया था मगर विरोध करने वालों को जवाब देते हुए शांतिश्री धुलपुड़ी ने कहा है जिस जनता के पैसे आप यहा पढ़ते हैं और खाना खाते हैं उस देश के ध्वज और प्रधानमंत्री की तस्वीर से किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
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