Thursday, December 19, 2024
Homeदेश & राज्यSupreme Court: तीस्ता सीतलवाड़ को राहत देने पर JNU कुलपति ने सुप्रीम...

Supreme Court: तीस्ता सीतलवाड़ को राहत देने पर JNU कुलपति ने सुप्रीम कोर्ट से पूछा सवाल, पूछा -क्या हमारे लिए वैसा ही होगा ?

Date:

Related stories

Atul Subhash Suicide Case के बीच ‘गुजारा भत्ता’ को लेकर Supreme Court ने अहम बिंदुओं का किया जिक्र! बेंच बोली ‘पति पर भार..,’

Atul Subhash: देश की सर्वोच्च अदालत ने आज तालाक के मामलों में मिलने वाले 'गुजारा भत्ता' को लेकर बड़ी रेखा खींच दी है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से कुछ मानक पेश किए गए जिसके आधार पर एक तालाकशुदा महिला के लिए गुजारा भत्ता का ऐलान हुआ।

‘सत्ता का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं..,’ Bulldozer Action पर Supreme Court का सख्त रुख! सरकार को सुनाई खरी खोटी; पढ़ें रिपोर्ट

SC on Bulldozer Action: देश के अलग-अलग राज्यों में बुलडोजर एक्शन के तहत न्याय की नई परिभाषा गढ़ने वाले सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज बुलडोर एक्शन पर फैसला सुनाते हुए स्पष्ट किया है कि सत्ता का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं होगा।

‘जो जश्न मना रहे वे जल्दबाजी..,’ Aligarh Muslim University के अल्पसंख्यक दर्जे पर SC की टिप्पणी के बाद क्या बोल रहे यूजर्स?

Aligarh Muslim University: सुप्रीम कोर्ट ने आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे से जुड़े मुद्दे पर फैसला सुनाते हुए अहम टिप्पणी की है। कोर्ट की ओर से चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने स्पष्ट किया है कि Aligarh Muslim University का अल्पसंख्यक दर्जा अभी बरकरार रहेगा।

Supreme Court का बड़ा फैसला! Aligarh Muslim University का अल्पसंख्यक दर्जा रहेगा बरकरार; जानें दर्जे को लेकर क्यों मचा था घमासान?

Aligarh Muslim University: सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट (Supreme Court) में सात जजों की बेंच ने 4-3 के बहुमत से स्पष्ट किया है कि एएमयू का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रहेगा।

SC ने UP Madarsa Act पर हाई कोर्ट द्वारा दिए फैसले को पलटा, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने खुशी जताते हुए कही खास बात

SC on UP Madarsa Act: उच्चतम न्यायालय (SC) ने आज एक बड़ा फैसला सुनाते हुए यूपी की योगी सरकार को बड़ा झटका दिया है।

Supreme Court:जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धुलिपुड़ी ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के मामले में अनपी राय रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता के मामले में शनिवार देर रात को सुनवाई की थी क्या कोर्ट हमारे मामले में भी देर रात तक सुनवाई करेगा।

1 जुलाई को कोर्ट से मिली थी राहत

बता दें तीस्ता सीतलवाड़ के केस पर  1 जुलाई को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण दिया था, उन पर 2002 के गुजरात दंगों में कथित तौर पर गनगढ़त तथ्य रच कर समाज में अशांति फैलाने व निर्दोष लोगों को फंसाने का आरोप लगाया गया था। जिस मामले में कोर्ट ने उन्हें राहत दी है। 

पुस्तक विमोचन में हिस्सा लेते समय दिया था बयान

जेएनयू की कुलपति ने यह बयान एक मराठी पुस्तक के विमोचन के दौरान मंच पर बोलते हुए दिया था। उन्होंने कहा कि “वामपंथी परिवेश अभी तक मौजूद है, आप सब लोग जानते है कि सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ के मामले में शनिवार देर रात को सुनवाई की थी मगर क्या कोर्ट हमारे लिए ऐसा करेगा। 

गौरतलब है कि जेएनयू की कुलपति का शांतिश्री धुलिपुड़ी ने वर्ष पिछले साल ही अपना पद संभाला था, जेएनयू में आने के बाद उन्होंने कैंपस में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर और राष्ट्रीय झंडा लगाने का आदेश दिया था। जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया था मगर विरोध करने वालों को जवाब देते हुए शांतिश्री धुलपुड़ी ने कहा है जिस जनता के पैसे आप यहा पढ़ते हैं और खाना खाते हैं उस देश के ध्वज और प्रधानमंत्री की तस्वीर से किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

DNP न्यूज़ डेस्क
DNP न्यूज़ डेस्कhttps://www.dnpindiahindi.in
DNP न्यूज़ डेस्क उत्कृष्ट लेखकों एवं संपादकों का एक प्रशिक्षित समूह है. जो पिछले कई वर्षों से भारत और विदेश में होने वाली महत्वपूर्ण खबरों का विवरण और विश्लेषण करता है.उच्च और विश्वसनीय न्यूज नेटवर्क में डीएनपी हिन्दी की गिनती होती है. मीडिया समूह प्रतिदिन 24 घंटे की ताजातरीन खबरों को सत्यता के साथ लिखकर जनता तक पहुंचाने का कार्य निरंतर करता है

Latest stories