Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सियासी पारा चरम पर है। पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच वार-प्रत्यारोप का दौर जारी है। प्रदेश में बह रही चुनावी बयार के बीच सियासी बयानों के तीर भी खूब छोड़े जा रहे हैं। गौर हो कि राज्य में अगल कुछ हफ्तों में मतदान होने वाले हैं। राजनीतिक पार्टियों अभी से सरकार बनाने की होड़ में लगी हुई है। इसी कड़ी में उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी की गई है, जिसके बाद विरोध के स्वर भी गूंजते हुए दिखाई दे रहे हैं।
ऐसे में कांग्रेस ने आगामी चुनाव (Karnataka Election 2023) की तैयारियों की देखरेख के लिए चुनावी राज्य में अपना पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया है। कांग्रेस की ओर से कर्नाटक विधानसभा चुनाव की देखरेख के लिए कुल 61 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैंगलोर शहर और एआईसीसी विधानसभा स्तर पर्यवेक्षकों के लिए एआईसीसी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
61 पर्यवेक्षकों की घोषणा
गौर हो कि कांग्रेस पार्टी ने सभी पर्यवेक्षकों को चुने गए विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में नियमानुसार पदभार सौंप दिया है। पार्टी की ओर से 61 पर्यवेक्षकों की घोषणा की गई है, जिसमें से 5 पर्यवेक्षकों को बैंगलोर शहर में नियुक्त किया गया है। पार्टी हाईकमान की ओर से जो सूची जारी की गई है उसमें पूर्व पीसीसी प्रमुख एन रघुवीरा रेड्डी, संजय निरुपम, सांसद बेनी बेहानन, सांसद कार्ति चिदंबरम और जोथिमनी को बेंगलुरु का प्रभार दिया गया है।
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कर्नाटक में 224 विधानसभा सीट
बता दें, कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं। इसमें से वर्तमान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के पास 119 विधायक और कांग्रेस के पास 75 विधायक हैं। साथ ही जेडी(एस) के पास 28 विधायक हैं। गौर हो कि 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। लेकिन कांग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन ये सरकार पांच साल तक नहीं चल पाई। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक में अपनी सरकार बनाई थी।
10 मई को होगा मतदान
चुनाव आयोग के अनुसार विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 20 अप्रैल है। इसके बाद 21 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 24 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं। राज्य में कुल 224 विधानसभा सीटों में से 36 सीटें अनुसूचित जाति, 15 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित की गई हैं। इस बार कुल 58,282 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 24 लाख है। 224 विधानसभा सीटों पर 10 मई को मतदान होना है। इसके बाद 13 मई को मतगणना होगी।