Karnataka Election 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 2023 का शंखनाद हो चुका है। इस बाद 224 विधानसभा सीटों पर 10 मई को मतदान होना है। मतदान के तीन दिन बाद यानी 13 मई को नतीजे सामने आएंगे। गौर हो कि इस बार कर्नाटक में 36 सीटों को अनुसूचित जाति और 15 सीटों को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किया गया है। वहीं, चुनाव तारीखों का ऐलान होने के बाद कांग्रेस और भाजपा की ओर से कुछ उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी गई है।
चुनाव से पहले भाजपा को झटका
गौर हो कि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की ओर से अब तक दो लिस्ट जारी की गई है। कांग्रेस ने 166 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वहीं, कल यानी मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से 189 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की गई। इस लिस्ट में कर्नाटक के पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार का नाम नहीं था। इसको लेकर शेट्टार नाराज बताए जा रहे हैं। साथ ही पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है।
‘मुझे दूसरों के लिए रास्ता बनाने को कहा है’
विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को यह दो बड़ा झटका लगा है। पार्टी से नाराज पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार ने कहा कि- ‘मुझे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से संदेश मिला है कि मैं वरिष्ठ हूं और पूर्व मुख्यमंत्री हूं। इसलिए दूसरों के लिए रास्ता बनाने को कहा है।’ साथ ही पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा है। विधायक शेट्टार ने कहा कि जो सर्वे सामने आया है उसमें मेरी पॉपुलेरिटी भी अच्छी है। अब तक मैं एक भी चुनाव नहीं हारा हूं। मेरे टिकट से इनकार करने का कोई भी कारण नहीं है।
‘मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं’
शेट्टार ने बताया कि मैंने पार्टी आलाकमान से बता दिया है कि मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं। आपने जो कुछ भी कहा है वह मुझे मंजूर नहीं है। मुझे एक बार फिर चुनाव लड़ने का मौका दें। उन्होंने कहा कि जब हाईकमान मुझे चुनाव नहीं लड़ने को कहा तो मुझे दु:ख हुआ। शेट्टार ने कहा कि मैंने 30 साल तक भाजपा जनता पार्टी के लिए काम किया है। साथ ही पार्टी का निर्माण किया है। उन्होंने कहा है कि मैं चुनाव लडूंगा।
पूर्व डिप्टी सीएम ने दिया इस्तीफा
वहीं, बुधवार को भाजपा को दूसरा झटका लगा है जब पूर्व उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने विधान परिषद सदस्य और बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अब तक आधिकारिक रूप से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने से पहले वे अपने क्षेत्र की जनता से बात करेंगे। जनता से बात करने के बाद ही वे कोई निर्णय लेंगे।
2018 में नहीं मिला था स्पष्ट बहुमत
बता दें, साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। इसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई। इसके बाद एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया गया। लेकिन करीब 14 महीने के बाद ही कांग्रेस और जेडीएस की सरकार गिर गई। इसके बाद भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने कांग्रेस के बागी विधायकों की मदद से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाई। लेकिन इसी बीच 2 साल बीत जाने के बाद येदियुरप्पा को भी सीएम पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद बीजेपी हाईकमान ने राज्य में सीएम बदलने का फैसला किया और बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया गया।