Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए राज्य की सत्ताधारी भाजपा के लिए दक्षिण भारत के अपने एकमात्र दुर्ग कर्नाटक को बचाए रखने की चुनौती है। इसके लिए पार्टी के केन्द्रीय रणनीतिकारों ने योजनाओं को अमलीजामा पहनाना शुरु कर दिया है। इसके लिए भाजपा ने यूपी वाली रणनीति को ही अपनाने का फैसला किया है। इसी दांव के तहत कर्नाटक राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अभी से मेगा प्लान बनाने शुरु कर दिए हैं और राज्य के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव प्रभारी तथा के.अन्नामलाई को चुनाव सह प्रभारी नियुक्त किया है।
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जानें क्या है चुनावी योजना
दक्कन के द्वार कहे जाने वाले कर्नाटक में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जहां सत्ताधारी भाजपा को अपना दुर्ग बचाए रखने की चुनौती है। ऐसे में राज्य में फिर से कमल खिलाने के लिए मात्र 3 महीने ही बचे हैं। इसके लिए भाजपा ने पीएम मोदी की लोकप्रियता भुनाने के साथ साथ उत्तर प्रदेश में आजमा चुकी सोशल इंजीनियरिंग की रणनीति के जरिए चुनाव में उतरने पर काम कर रही है। भाजपा ने पूर्व सीएम येदिरप्पा के प्रभाव वाले लिंगायत बहुल वर्ग के साथ ही वोक्कालिंगा वर्ग को साधने की योजना बनाई है। इसके अलावा आदिवासियों तथा दलित वर्ग को भी भाजपा में भागीदारी देने की नीति के तहत ही प्रधानमंत्री मोदी के 6 फरवरी से दो दिवसीय दौरे को रखा गया है।
चुनाव प्रभारी तथा सह प्रभारी किए नियुक्त
लगभग 3 महीने बाद होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा केंद्रीय कार्यालय की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा तथा मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की ओर से एक नियुक्ति पत्र के माध्यम से ये जानकारी दी गई है कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को राज्य का चुनाव प्रभारी तथा तमिलनाडु के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई को राज्य का चुनाव सह-प्रभारी नियुक्त किया जाता है।
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