Karnataka Election Result 2023 Live: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतगणना का दौर जारी है। सभी 224 विधानसभा सीटों पर बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच मुकाबला है। वहीं, चुनाव आयोग ने सभी 224 सीटों के रुझान जारी कर दिए हैं। कांग्रेस इन रुझानों में बहुमत के आंकड़े को पार कर चुकी है और 136 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त बनाए हुए हैं। जबकि, भाजपा 65 और जद (एस) 19 विधानसभा क्षेत्रों में आगे है।
मतगणना के लिए राज्य भर में 36 सेंटर्स बनाए गए हैं। राज्य के भावी राजनीतिक परिदृश्य की तस्वीर दोपहर तक साफ होगी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य भर में, विशेषकर मतगणना केंद्रों के अंदर और आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
कांग्रेस ने हैदराबाद में रिसोर्ट बुक कराया
कर्नाटक में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बना सकती है। ऐसे में पार्टी ने अपने विधायकों को टूटने से बचाने की तैयारी कर ली है। सूत्रों से जानकारी मिली है, कांग्रेस ने हैदराबाद में रिसोर्ट बुक करा लिया है।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?
कांग्रेस की बढ़त के बीच मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा है कि उन्हें सभी लोगों का सपोर्ट मिलेगा। शिवकुमार ने कहा कि उन्हें उस वक्त जिम्मेदारी दी गई थी, जब कांग्रेस पूरी तरह कमजोर थी। उन्होंने आगे कहा कि हाईकमान बेहतर फैसला करने में सक्षम हैं। इधर, सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक और हाईकमान के फैसले के बाद मुख्यमंत्री का चेहरा तय किया जाएगा। अभी बहुत लोग मुख्यमंत्री के दावेदार हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री का चेहरा तय करने के साथ ही सिद्धरमैया और शिवकुमार में विवाद सुलझाने के लिए ही खरगे कर्नाटक में हैं।
कांग्रेस ने कल बेंगलुरु में विधायक दल की बैठक बुलाई
कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक कल सुबह बेंगलुरु में बुलाई गई है। पार्टी राज्य के चुनाव परिणामों में बहुमत के आंकड़े को पार कर गई है और 136 सीटों पर आगे चल रही है। परिणामों के बाद कांग्रेस को ऑपरेशन लोटस का डर भी सता रहा है। ऐसे में पार्टी ने सभी विधायकों के लिए हैदराबाद में रिसोर्ट बुक कराया है।
1 लाख से ज्यादा मतों से जीते डीके शिवकुमार
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार कनकपुरा विधानसभा सीट से जीत गए हैं। शिवकुमार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने राजस्व मंत्री आर अशोक को मैदान में उतारा थे। उन्होंने 1 लाख से भी ज्यादा मतों से जीत दर्ज की है। शिवकुमार इस सीट पर 2008, 2013 और 2018 में भी जीत दर्ज कर चुके हैं। कनकपुरा सीट पर हुए पिछले 14 चुनावों में से छह बार कांग्रेस को जीत मिली है। भाजपा यहां आज तक जीत दर्ज नहीं कर सकी है।
भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए जगदीश शेट्टार हारे
चुनाव से पहले टिकट न मिलने से नाराज भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए जगदीश शेट्टार अपना चुनाव हार गए हैं। हुबली–धारवाड़ सेंट्रल पर कांग्रेस ने दिग्गज लिंगाायत नेता जगदीश शेट्टार पर दांव खेला था। लेकिन, वह जीत नहीं पाए। वहीं, बीजेपी के महेश तेंगिनाकाई ने इस सीट पर जीत दर्ज की है। जगदीश शेट्टार इस सीट से छह बार के विधायक रह चुके हैं।
पूर्व CM बोम्मई ने शिग्गांव सीट बरकरार रखी
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस के यासिर अहमद खान पठान और जेडीएस के शशिधर चन्नबसप्पा यलीगर को हराकर शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसआर बोम्मई के बेटे, बसवराज 2008 से लगातार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह चौथी बार यहां से विधानसभा चुनाव जीते हैं। अपने राजनीतिक जीवन में विभिन्न पदों पर रहने वाने बोम्मई 2021 में कर्नाटक के 17वें मुख्यमंत्री बने थे और बीएस येदियुरप्पा का स्थान लिया था।
‘हमने सामूहिक नेतृत्व में यह चुनाव जीता है’
‘चुनाव में मिली हार का करेंगे विस्तृत विश्लेषण’
‘कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद, मोहब्बत की दुकानें खुली’
शिकारीपुरा से येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र जीते
बीएस येदियुरप्पा के बेटे और बीजेपी के बीवाई विजयेंद्र शिकारीपुरा विधानसभा सीट से जीत चुके हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 11 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से पटखनी दी है। उनका मुकाबला यहां आजाद प्रत्याशी मोहम्मद सादिक से था। बीवाई विजयेंद्र को जहां 81,810 वोट पड़े, वहीं मोहम्मद सादिक को 70,802 वोट ही मिले हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक चित्तापुर सीट से जीतीं
मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे चित्तापुर विधानसभा सीट पर जीत चुकी हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 13 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक उन्हें 81,323 वोट मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्वंदी और भाजपा उम्मीदवार मणिकांत राठौड़ को 67,683 वोट पड़े हैं।
‘कर्नाटक में दिखा भारत जोड़ो यात्रा का असर’
‘अन्य दलों के साथ समझौता करने का प्रयास करेगी BJP‘
रुझानों को कांग्रेस को बहुमत के बाद कांग्रेस में खुशी का महौल
कर्नाटक की जनता ने BJP को नकारा: पायलट
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, “पूरा बहुमत हमारे साथ है। लोगों ने हमें मौका दिया है। तमाम तरह के दुष्प्रचार हुए लेकिन हमने नारा दिया उसे जनता ने स्वीकार किया। 40 % की कमीशन की सरकार के मुद्दे जो हमने उठाए थे उसे जनता ने स्वीकार किया है और हमपर जनता ने भरोसा जताया है। कर्नाटक में भारी संख्या के साथ हम जीत रहे हैं। 40% कमीशन सरकार को जनता ने नकारा है। तमाम दुष्प्रचार हुआ लेकिन हम मुद्दों पर अड़े थे और इसीलिए जनता ने हमें बहुमत दिया है।”
प्रियंका गांधी ने शिमला के जाखू हनुमान मंदिर में नवाया शीश
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना के बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी शिमला में जाखू हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचीं। आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कर्नाटक की सत्ता में आने पर बजरंग दल को बैन करने की बात कही थी, जिसे भाजपा ने बजरंगबली से जोड़कर अपने कर्नाटक चुनाव अभियान में बड़ा मुद्दा बनाया था।
साल 2018 की तुलना में बढ़ा मतदान का प्रतिशत
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन अधिकारियों ने गुरुवार (11 मई) को अंतिम आंकड़े साझा करते हुआ इसे रिकॉर्ड मतदान करार दिया। दरअसल राज्य में 224 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार 10 मई को वोट डाले गए थे। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन कार्यालय (सीईओ) ने कहा, “कर्नाटक ने अपने लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अंतिम मतदान 73.19 प्रतिशत दर्ज किया गया।”
निर्वाचन आयोग (ईसी) ने बुधवार (10 मई) रात कहा था, “कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा और 58,545 मतदान केंद्रों में से किसी में भी पुनर्मतदान के संकेत नहीं मिले हैं।” कर्नाटक ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 72.36 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। उस चुनाव में त्रिशंकु विधानसभा बनी थी, जिसमें बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी, लेकिन बहुमत के आंकड़े से थोड़ी दूर रह गई थी।
2,615 उम्मीदवारों की किस्मत पर आज फैसला
कर्नाटक के 224 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2,615 उम्मीदवारों मैदान में थे। उम्मीदवारों में 2,430 पुरुष, 184 महिलाएं और एक उम्मीदवार अन्य लिंग से हैं। कुल 5,31,33,054 मतदाताओं ने यहां 10 मई को विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की किस्मत की हार-जीत का फैसला ईवीएम में दर्ज किया था। इन मतदाताओं में 2,67,28,053 पुरुष तो 2,64,00,074 महिला मतदाता शामिल रहे। इसमें 11,71,558 युवा मतदाता थे तो 5,71,281 दिव्यांग और 12,15,920 मतदाता 80 वर्ष से अधिक उम्र के रहे।
BJP और कांग्रेस के बीच है मुकाबला
कर्नाटक में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच देखने को मिल रहा है। वहीं इस राज्य की इकलौती बड़ी पार्टी शुमार जेडी(एस) के किंगमेकर बनकर उभरने के आसार हैं। इस राज्य में हर 5 साल में सत्ता में बदलने की परंपरा है। यही वजह रही कि बीजेपी की सत्ता कायम रखने के लिए यहां पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा कद्दावार नेताओं ने कई रैलियां की। पीएम मोदी ने लगभग डेढ़ दर्जन जनसभाएं की हैं।
वहीं कांग्रेस भी पीछे नहीं रही। कांग्रेस से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित पार्टी अध्यक्ष खरगे ने प्रचार की कमान संभाली। यहां राज्य के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार और जद (एस) के एच डी कुमारस्वामी सहित कई अन्य बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी राज्य की सत्ता में क्रमिक बदलाव की 38 साल पुरानी परंपरा तोड़ने की उम्मीद में है। इसके लिए पार्टी मोदी असर पर भरोसा जता रही है।
वहीं कांग्रेस भी इस चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है ताकि वह इसका इस्तेमाल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए कर सके। यहां ये भी देखा जाना है कि त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में क्या सरकार बनाने की चाबी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जेडीएस के पास होगी?
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