Kathua Terror Attack: बीते दिन यानि 8 जुलाई को कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए। एक बार फिर आतंकियों ने कायराना हरकत करते हुए सेना के काफिलों को निशाना बनाया। गौरतलब है कि 2 दिन पहले ही सेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 आतंकियों को मार गिराया था। आपको बताते चले कि कल करीब आतंकियों ने दोपहर 3 से 4 बजे के बीच सेना के काफिले पर हमला कर दिया। इस दौरान आतंकियों ने सेना की गाड़ियों पर ग्रेनेड फेंका और अंधाधुंध फायरिंग भी शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक यह घटना कठुआ जिले के माचेडी इलाके में हुई।
इलाके में सर्च अभियान जारी
हमले के बाद से ही कठुआ के माचेड़ी इलाके में सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन जारी है। सुरक्षाबलों ने इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है। इसके साथ आतंकियों को ढूंढने के लिए हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आतंकियों ने इस हमले के लिए बेहद एडवांस हथियारों का इस्तेमाल किया था। मालूम हो कि इससे पहले 6 जुलाई को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी, जिसमें उन्होंने 6 आतंकियों को मार गिराया था हालांकि इसमे सेना के 2 जवान भी शहीद हो गए थे।
रक्षा मंत्री ने जताया दुख
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “कठुआ (जम्मू-कश्मीर) में एक आतंकवादी हमले में हमारे पांच बहादुर भारतीय सैनिकों की मौत से मुझे गहरा दुख हुआ है।
शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, इस कठिन समय में राष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है। आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहे हैं और हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं”।
आतंकी हमलों में हुआ इजाफा
बीते 2 महीनों में जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है। आपको बता दें कि इससे पहले आतंकियों ने एक बस को अपना टारगेट बनाया था जिसमें 9 श्रद्धालुओं का जान चली गई थी। इसके अलावा वायुसेना के काफिलें पर भी आतंकियों ने कायराना हरकत की थी। हालांकि सेना की तरफ से भी लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। 6 जुलाई को ही सेना ने 6 आतंकियों को मार गिराया था।
फारुक अब्दुल्ला ने क्या कहा?
कठुआ में भारतीय सेना के काफिले पर आतंकवादियों के हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “सारी दुनिया में इसकी निंदा हो रही है। ये ग़लत है। दुनिया का कोई देश आतंकवाद को कबूल करने के लिए तैयार नहीं है।
ये आतंकवाद उन्हें(पाकिस्तान) को बर्बाद कर देगा। जब आतंकवाद बंद होगा तब बातचीत शुरू होगी। दोनों चीजें एक साथ नहीं चल सकती। उन्हें इस बारे में सख़्त कदम उठाने चाहिए।”