Friday, November 22, 2024
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Noida Vs Gurugram: बारिश ने बिगाड़ी दिल्ली-गुरुग्राम की सूरत, इन खासियतों की वजह से ‘तालाब’ बनने से बचा नोएडा

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Delhi AAP Candidate List: देश में महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों की चर्चा है। इसी सियासी गहमा-गहमी के बीच दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सधी चाल चलते हुए बड़ा कदम उठाया है।

Noida Vs Gurugram: उत्तर भारत के कई राज्यों में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। जिसके चलते लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और साइबर सिटी के नाम से मशहूर गुरुग्राम में बीते दिनों तो मंजर देखने को मिला, वो काफी भयावह था। मात्र 24 घंटे के दौरान दोनों शहरों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की गई। जिसका असर ये हुआ की दोनों शहर पानी-पानी हो गए।

दोनों शहरों में जगह-जगह जलभराव हो गया था। गलियों-मोहल्लों में कीचड़ और गंदगी का अंबार ल गया था। ऐसा लग रहा था मानो दोनों शहर तालाब बन गए हों। वहीं, दूसरी ओर नोएडा में भी भारी बारिश हुई, लेकिन यहां न तो जलभराव हुआ और न ही बारिश के चलते लोगों को खासी दिक्कतें हुई। ये तीनों शहर दिल्ली-NCR के प्रमुख शहर माने जाते हैं। लेकिन, दो शहरों में बाढ़ जैसे हालात और एक शहर बिल्कुल सूखा, ऐसा कैसे हुआ, आइए जानते हैं।

‘तालाब’ बनने से कैसे बचा नोएडा ?

किसी भी शहर में जलभराव की समस्या तब पेश आती है जब पानी की निकासी न हो। बड़े-बड़े शहरों में टाउन और कंट्री प्लानिंग से पहले सीवरेज सिस्टम या नाले बनाए जाते हैं। यही जलभराव का मुख्य कारण है। नोएडा में गुरुग्राम और दिल्ली के मुकाबले, नालों की संख्य ज्यादा है। दोनों शहरों में करीब 30 लाख लोग रहते हैं। लेकिन, नोएडा का सीवरेज सिस्टम 87 किलोमीटर का है। जबकि, गुरुग्राम में नालों की कुल लंबाई 40 किलोमीटर की है।

जब भी किसी शहर में घरों या इमारतों का निर्मण होता है तो भवन मालिकों या बिल्डरों को कुछ मानदंड पूरे करने होते हैं। जिसमें सड़क, बिजली और सीवर व्यवस्था शामिल होती है। दिल्ली और गुरुग्राम के मुकाबले ये व्यवस्था नोएडा में ज्यादा बेहतर है। इसलिए बीते दिनों हुई बारिश से नोएड तालाब बनने से बच गया।

दिल्ली की हालत सबसे ज्यादा खराब

बीते दिनों हुई बारिश से ज्यादा खराब स्थिति दिल्ली में देखने को मिली थी। जहां, आधे से ज्यादा दिल्ली को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ा था। दिल्ली में जगह-जगह पानी भर गया था और गली-मोहल्लों में कीचड़ जमा हो गया था। यहां तक की दिल्ली से पॉश इलाकों में भी हालात बेकाबू हो गए थे। एक आंकड़े के मुताबिक दिल्ली का सिस्टम भारी बारिश के लिए नहीं बना है। दिल्ली का सिस्टम सिर्फ 50 मिमी बारिश झेल सकता है, जबकि बीते दिनों दिल्ली में 155 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। जिस वजह से पूरी दिल्ली पानी-पानी हो गई थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बीते दिनों यही तर्क दिया था।

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Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

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