Lok Sabha Election 2024: लोक सभा चुनाव 2024 के अंतिम यानी 7वें चरण के दौरान आज पश्चिम बंगाल की 9 लोक सभा सीटों पर भी मतदान चल रहा है। इसमें प्रमुख रूप से दम-दम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर लोक सभा सीटें शामिल हैं।
चुनावी प्रक्रिया के बीच पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से छिटपुट हिंसा की खबरें आई हैं। इसके तहत बंगाल के भांगर में राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर बम से हमले का आरोप लगाया है। मामले पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने भांगर के फुलबाड़ी में लाठीचार्ज भी किया जिससे कि स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके। इसके अलावा जयनगर (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र में एक तालाब के अंदर से एक ईवीएम भी बरामद की गई जिसको लेकर चुनाव आयोग की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया है।
अंतिम चरण में मतदान जारी
पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में आज मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं। चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दोपहर 3 बजे तक बंगाल की 9 लोक सभा सीटों पर औसतन 58.46 फीसदी मतदान हुआ है।
प्रशासन के दिशा-निर्देश में लगातार चुनाव को शांतिपूर्ण ढ़ंग से कराने की कोशिश जारी है और साथ ही लोगों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में मताधिकार का प्रयोग करने की अपील भी की जा रही है।
हिंसात्मक घटनाओं के मामले आए सामने
पश्चिम बंगाल में चुनाव के अंतिम चरण में मतदान के दौरान छिटपुट हिसात्मक घटनाएं भी सामने आई हैं। ताजा जानकारी के अनुसार भांगर के फुलबाड़ी में राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं द्वारा एक-दूसरे पर बमबारी का आरोप लगाया गया है। प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज भी किया है।
चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार आज सुबह 6.40 बजे बेनीमाधवपुर एफपी स्कूल के पास, 19-जयनगर (एससी) पीसी के 129-कुलटाली एसी में सेक्टर ऑफिसर के रिजर्व ईवीएम और कागजात स्थानीय भीड़ द्वारा लूट लिए गए हैं और 1 सीयू, 1 बीयू, 2 वीवीपैट मशीनें एक तालाब के अंदर फेंक दी गई हैं। हालाकि इस पूरे प्रकरण में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और मतदान प्रक्रिया निर्बाध रूप से चल रही है।
पश्चिम बंगाल के जाधवपुर भांगर इलाके में हुए बमबारी को लेकर कोलकाता पुलिस ने अपना पक्ष रखते हुए स्पष्ट किया है कि “यह घटना बंगाल में मतदान प्रक्रिया शुरू होने से काफी पहले सुबह करीब 6 बजे हुई जिसमें पुलिस और सीएपीएफ ने तुरंत हस्तक्षेप किया और उपद्रवियों के खिलाफ कदम उठाए।”