Lok Sabha Session: देश में आज 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत हो गई है। लोकसभा सत्र शुरू होते ही प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सबसे पहले पीएम मोदी को संसद सदस्य की शपथ दिलाई। इसके बाद बारी-बारी से अन्य सभी नेताओं को संसद पद की शपथ दिलाने का क्रम जारी है जो कि आज और कल यानी 25 जून तक चलेगा।
18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत से पहले ही ‘आपातकाल’ का जिक्र सामने आ गया है। पीएम मोदी ने कहा है कि “25 जून 1975 का दिन भारत के लोकतंत्र पर लगे एक धब्बे के समान है जिसको हुए 50 साल पूरे हो गए। भारत की नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।” इसके साथ ही पीएम मोदी ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा है कि “हम सभी को मिलकर संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेना होगा।”
PM Modi ने किया ‘आपातकाल’ का जिक्र
18वीं लोकसभा सत्र के शुरू होने से पहले ही पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए ‘आपातकाल’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “कल 25 जून है और इस दिन आपातकाल के रूप में लोकतंत्र पर लगे धब्बे के 50 साल पूरे हो जाएंगे। भारत की नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि ‘आपातकाल’ के दौरान संविधान को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।”
आपातकाल के दौर में ही संविधान के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये और देश को जेलखाने में बदल कर लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया था। ऐसे में अपने संविधान, भारत के लोकतंत्र व लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए सभी देशवासी संकल्प लेंगे कि आगे चल कर कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे और संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।”
विपक्ष का प्रदर्शन
18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया ब्लॉक’ के नेताओं ने हाथों में संविधान की प्रति लेकर प्रदर्शन किया है। विपक्ष के सबसे बड़े दल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि “पीएम मोदी ने संविधान तोड़ने की कोशिश की और इसीलिए आज सभी दलों के नेता एक साथ आए हैं और विरोध कर रहे हैं। यहां गांधी की मूर्ति थी और वे सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ रहे हैं।” हम ये दिखाना चाहते हैं कि सरकार को संविधान के हिसाब से आगे बढ़ना चाहिए।”
पीएम मोदी द्वारा ‘आपातकाल’ का जिक्र करने के बाद, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि “वह यह बात 100 बार कहेंगे और खुद बिना आपातकाल घोषित किए ऐसा कर रहे हैं। इस बारे में बात करके आप (पीएम मोदी) कब तक शासन करना चाहते हैं?”