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लोकसभा स्पीकर चुनाव को लेकर गहमा-गहमी का माहौल, जानें क्या है NDA व ‘INDIA Alliance’ की खास रणनीति?

Lok Sabha Speaker Election: इस लेख के माध्यम से हम आपको 18वीं लोकसभा के स्पीकर चुनाव को लेकर चल रहे चर्चाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।

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Parliament Session
फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

Lok Sabha Speaker Election: 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र की शुरुआत हो गई है। इस क्रम में सबसे दिलचस्प है लोकसभा स्पीकर का चुनाव करना। इससे पहले की बात करें तो वर्ष 2014 व 2019 लोकसभा चुनाव के बाद NDA का नेतृत्व कर रही भाजपा के लिए ये काम बेहद आसान था। बहुमत के साथ सत्ता में आई भाजपा ने वर्ष 2014 में सुमित्रा महाजन तो वहीं वर्ष 2019 में ओम बिरला को स्पीकर पद के लिए चुना था। हालाकि इस बार भाजपा सत्ता में तो है पर बहुमत के आंकड़े से पीछे रह गई है जिसके कारण कयासबाजी का दौर लगातार जारी है।

लोकसभा स्पीकर चुनाव को लेकर ‘INDIA’ गठबंधन की ओर से भी कमर कसी जा रही है। बता दें कि अगर सत्ता पक्ष व विपक्ष में लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर आम सहमति नहीं बनी तो देश के इतिहास में कल यानी 26 जून को पहली बार चुनाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में आइए हम आपको लोकसभा स्पीकर चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) व ‘INDIA’ अलायंस की ओर से की जा रही खास तैयारी के बारे में बताते हैं।

स्पीकर पद को लेकर बढ़ी गहमा-गहमी

18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र की शुरुआत के साथ ही स्पीकर पद को लेकर गहमा-गहमी का माहौल देखने को मिल रहा है। बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 93 के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है और चुने हुए सांसद अपने में से दो सांसदों को सभापति और उप-सभापति चुनते हैं। इसके लिए संसद सदस्यों को एक दिन पहले उम्मीदवारों को दिए जाने वाले समर्थन का नोटिस जमा करना होता है।

हालाकि वर्ष 2024 में स्पीकर पद को लेकर NDA ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को गठबंधन सहयोगियों और विपक्षी दलों के साथ आम राय बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। हालाकि आम सहमति नहीं बनती नजर आ रही है और एनडीए अब तक स्पीकर पद के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं कर सका है। दावा किया जा रहा है कि आज देर दोपहर तक NDA के सभी सहयोगी दलों की राय पर ओम बिरला को एक बार फिर सर्वसम्मति के साथ स्पीकर पद के उम्मीदवार बनाया जाएगा।

क्या है TDP-JDU का रुख?

NDA के दो सबसे बड़े घटक दल तेलगू देशम पार्टी (TDP) व जनता दल यूनीइटेड (JDU) पर सबकी नजरें कायम हैं। इससे पहले भी जब 12वीं लोकसभा में अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में NDA की सरकार थी तो तेलुगु देशम पार्टी के जीएमसी बालयोगी को स्पीकर बनाया गया था। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि वर्ष 2024 में TDP का रुख क्या रहता है।

JDU की बात करें तो नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली इस पार्टी के पास पहले ही राज्यसभा के उप-सभापति का पद है। JDU कोटे से हरिवंश नरायण सिंह राज्यसभा के उप-सभापति हैं। हालाकि JDU भी NDA की बड़े घटक दलों में से एक हैं। ऐसे में इस पार्टी का रुख भी अहम साबित होने वाला है।

INDIA Alliance की खास रणनीति

18वीं लोकसभा में नंबर गेम के हिसाब से कांग्रेस के नेतृत्व वाली ‘इंडिया’ अलायंस काफी मजबूत देखी जा रही है। 230 से ज्यादा सांसदों के साथ संसद में पहुंचने वाली इंडिया अलायंस, लोकसभा स्पीकर पद को लेकर खास रणनीति के तहत मैदान में उतर सकती है। विपक्ष ने 18वीं लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब का विरोध करके इस बात का संकेत भी दे दिया है।

विपक्ष इस बात पर जोर दे रही है कि उन्हें डिप्टी स्पीकर का पद दिया जाए जो कि 2019 से 2024 तक रिक्त रहा था। विपक्ष की ओर से राहुल गांधी ने स्पष्ट किया है कि वे स्पीकर को समर्थन देने के लिए तैयारी हैं लेकिन इसके बदले विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलना चाहिए। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि 18वीं लोकसभा में स्पीकर पद के लिए NDA व विपक्ष में आम सहमति बनती है या नहीं और अंतत: जीत किसकी होती है।

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