Lucknow News: लाख कोशिशों के बाद भी साइबर क्राइम एजेंसी ठगों पर लगाम नहीं लग पा रही हैं। आए दिन ऐसी खबरें आती रहती हैं। जिसमें साइबर क्राइम के ठग अपने काम को अंजाम देते हैं। ऐसे ही खबर उत्तर प्रदेश के लखनऊ से आई है क्या है पूरा मामला चलिए आपको बताते हैं।
सेवानिवृत्त IAS अधिकारी को लगाया ठगों ने चूना
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक साइबर ठगी का मामला सामने आया है। इस बार साइबर ठगों ने किसी ऐसे वैसे व्यक्ति को नहीं बल्कि सेवानिवृत्त आईएएस इस अधिकारी के साथ ठगी की है। वह भी एक अनोखे तरीके से, मिली जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त इस अधिकारी को साइबर ठगों ने करीब 5 लाख रुपए चूना लगाया है।
बता दें कि प्राग नारायण रोड निवासी सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी राम कुंवर ने कहा कि उन्हें 3 अक्टूबर को एक संदेश मिला, जिसमें बताया गया कि उनके खाते में 29.78 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं और उन्हें ये सूचना सेंट्रल बैंक की जोपलिंग रोड शाखा की तरफ से दी गई थी।
बैंक अधिकारियों ने नहीं की कोई भी मदद
जिसके बाद सेवानिवृत्त अधिकारी ने बैंक मैनेजर से शिकायत की, तब बैंक मैनेजर ने उन्हें बताया कि उनकी बैंक की तरफ से किसी भी तरह का मैसेज सेवानिवृत्त अधिकारी को नहीं भेजा। मामले की जानकारी देते हुए सेवानिवृत्त अधिकारी ने बताया कि मुझे यह संदेश कैसे मिला, इसके बारें में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया,” कुँवर ने कहा, “मैंने बैंक के जोनल मैनेजर से बात करने का फैसला किया। लेकिन उन्होंने भी सहयोग नहीं किया और मुझे बैंक के एक कनिष्ठ अधिकारी से बात करने के लिए कहा।”
सेवानिवृत्त अधिकारी ने बताया कि उन्हें किसी का फोन आया जिसने अपना परिचय बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी अविनाश के रूप में दिया। सेवानिवृत्त अधिकारी ने कहा कि उसने मुझे समस्या के समाधान के लिए AnyDesk ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा और मुझे बताया कि मेरे खाते में जमा किए गए 29.78 करोड़ रुपये का संदेश हटा दिया गया है। सेवानिवृत्त अधिकारी ने बताया कि उसने मेरे बैंक खातों का विवरण ले लिया।” और मुझे बताया कि सेंट्रल बैंक में मेरे बचत खाते में 4.67 लाख रुपये थे। थोड़ी देर बाद, मुझे मेरे सेंट्रल बैंक खाते से 4.65 लाख रुपये और मेरे यूनियन बैंक से 50,000 रुपये कटने का संदेश मिला। खाता।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए हजरतगंज के SHO प्रमोद पांडे ने कहा कि FIR दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। साइबर विशेषज्ञों ने कहा कि यह घोटालेबाजों द्वारा तैयार की गई एक नई चाल लगती है। एक साइबर विशेषज्ञ ने कहा, “पीड़ित को पहले एक संदेश भेजा गया था और जब उसने स्पष्टीकरण मांगा, तो एक अनावश्यक लिंक को समाप्त करने और इस तरह उसके सभी बैंक खातों तक पहुंच प्राप्त करके उसे धोखा दिया गया।”
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।