Assembly Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 की जीत ने कांग्रेस में एक नई जान फूंक दी है। जिसने भाजपा को दक्षिण की सत्ता से न केवल खाली कर दिया है। बल्कि आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस सहित विपक्ष को भाजपा के खिलाफ जीतने के कई सवालों के उत्तर दे दिए हैं। तब फिर यही प्रश्न उठता है कि क्या इस धमाकेदार जीत के बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी से टकराने की कोई दवा खोज ली है। बता दें कांग्रेस के लिए यह हिमाचल प्रदेश की जीत से भी बड़ी जीत मानी जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इसका सीधा असर पड़ेगा।
गहलोत -कमलनाथ ने किया भाजपा पर वार
कर्नाटक में चुनावों की जीत से ओतप्रोत कांग्रेस और उसके नेताओं में मानो एक नई जान फूंक दी है। जिससे सवाल उठने लगा है क्या इस जीत में अपनाई रणनीति के सहारे मध्य भारत में वापसी कर सकती है। यह आत्मविश्वास उनके नेताओं के बयानों के साथ झलकने लगा है। इसी कड़ी में एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बयान देते हुए कहा कि ‘कर्नाटक के नतीजे कार्यकर्ताओँ को समर्पित हैं। अब नया कर्नाटक इतिहास लिखेंगा। पीएम मोदी ने पूरी ताकत लगा दी। कई किमी के रोड शो किए और इसके बाद भी जीत नहीं सकी।’ वहीं राजस्थान के सीएम गहलोत ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कमबैक की उम्मीद जताई है।
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क्षेत्रीय दलों से कर सकेगी सौदेबाजी
जानकारों का मानना है कि कर्नाटक चुनाव की जीत का फायदा आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 तक कांग्रेस मजबूती से उठाएगी। इसकी बानगी कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के उस बयान से मिल जाता हैष जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दे रही थी। तो कर्नाटक की जनता ने बीजेपी मुक्त दक्षिण कर दिया। इसके बाद जो महागठबंधन के राजद, सीपीआई जैसे सहयोगी कांग्रेस को कमजोर मान रहे थे। इन दलों से 2024 चुनावों को लेकर कांग्रेज मजबूत स्थिति में आ गई है।
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