MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एमपी पटवारी भर्ती पर मचे हाहाकार के बाद इस पर रोक लगा दी है।हाल ही में इस परीक्षा के नतीजे जारी किए गए हैं और उसके बाद से कैंडिडेट्स इस एग्जाम में घोटाला होने की बात कह रहे हैं। दरअसल मामला ये है कि बीती 30 जून को मध्य प्रदेश इंप्लॉइज सेलेक्शन बोर्ड ने एमपी पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 के नतीजे जारी किए।
इन नतीजों में टॉप करने वाले दस में से सात कैंडिडेट एक ही सेंटर के हैं। ये जानकारी सामने आने के बाद उम्मीदवारों ने सवाल उठाए और भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर शंका जाहिर की। मामला बढ़ने पर इस पर रोक लगा दी गई है। सरकार का कहना है कि किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
CM शिवराज ने ट्वीट कर दी जानकारी
व्यापम स्कैम की तरह पटवारी भर्ती में घोटाले के आरोप लगने पर मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा, ” ग्रुप 2, सब – ग्रुप – 4 और पटवारी रिक्रूटमेंट एग्जामिनेशन पर स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड ने सवाल खड़े किए हैं। मैं इस परीक्षा के आधार पर हुई नियुक्तियों को रोकता हूं। इस सेंटर का रिजल्ट फिर से चेक किया जाएगा।”
इस सेंटर के कैंडिडेट बनें टॉपर
MP पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 के नतीजे 30 जून के दिन रिलीज हुए थे। ये रिजल्ट ग्रुप टू और सब ग्रुप फोर के लिए जारी हुए थे। ऑफिशियल लिस्ट के मुताबिक एमपी पटवारी परीक्षा के टॉप टेन टॉपर्स में से सात टॉपर एनआरआई कॉलेज, ग्वालियर के हैं। इस रिजल्ट को कैंडिडेट्स ने स्वीकार नहीं किया और गड़बड़ी का आरोप लगाया। उनका कहना था कि इन कैंडिडेट्स ने एग्जामिनेशन फॉर्म तो हिंदी में साइन किए, लेकिन परीक्षा का पेपर इंग्लिश में दिया।
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