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CM Mohan Yadav के प्रयासों ने पर्यटन क्षेत्र में बिखेरे रंग! MP के इन 3 गांवों को अवॉर्ड के साथ मिली विश्व स्तरीय पहचान

CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश (MP) के 3 गांवों को 'सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम' चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रयासों की सराहना हो रही है।

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CM Mohan Yadav
सांकेतिक तस्वीर

CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश सरकार पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास करती नजर आ रही है। इस क्रम में CM Mohan Yadav के निर्देश पर राज्य के अलग-अलग हिस्सों में स्थित पर्यटन (MP Tourism) स्थलों को विभिन्न सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार ग्रामीण पर्यटन पर भी जोर दे रही है और इस क्रम में मुख्यमंत्री के प्रयास अब रंग बिखेरने लगे हैं।

मध्य प्रदेश (MP) के मुख्यमंत्री CM Mohan Yadav के कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक राज्य के 3 गांव प्राणपुर, साबरवानी और लाडपुरा को देश का ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम’ चुना गया है। इन गांवों को अलग-अलग क्षेत्र में अवॉर्ड भी दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम के रूप में चयनित होने के बाद इन गांवों को विश्व स्तरीय पहचान मिलेगी और यहां देशी-विदेशी पर्यटकों का आगमन हो सकेगा।

MP के 3 गांवों को ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम’ का अवॉर्ड

मध्य प्रदेश में CM Mohan Yadav के अथक प्रयासों से प्राणपुर, साबरवानी और लाडपुरा गांव को देश का ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम’ चुना गया है। इसमें साबरवानी और लाडपुरा खास को रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म श्रेणी में तो प्राणपुर को क्रॉफ्ट श्रेणी में चुना गया है। एमपी टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक ने ग्रामीण प्रतिनिधियों के साथ यह सम्मान ग्रहण किया। बता दें कि इस सम्मान को हासिल करने के लिए देश के कुल 900 गांवों ने दावेदारी पेश की थी। जिसमें से 36 गांवों को चयनित किया गया।

MP के इन गांवों को मिलेगी विश्व स्तरीय पहचान

मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के चंदेरी तहसील में स्थित प्राणपुर गांव, छिंदवाड़ा जिले की तामिया तहसील में स्थित साबरवानी और निवाड़ी जिले में ओरछा से 8 किलोमीटर दूर स्थित लाडपुरा को देश का ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम’ चुने जाने के बाद इन्हें विश्व स्तरीय पहचान भी मिल सकेगी।

दावा किया जा रहा है कि अब देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आने वाले पर्यटक इन गांवों की ओर भी बढ़ेंगे और यहां मौजूद प्राकृतिक वनस्पति का लुफ्त उठा सकेंगे। इसके अलावा पर्यटकों के आने-जाने से इन गांवों की आर्थिक गतिविधियों पर भी असर पड़ेगा और लोगों पहले का तुलना में अधिक आय कर सकेंगे।

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