Dhirendra Shastri vs Pradeep Mishra: मध्य प्रदेश के दो संत सनातनियों में परिवर्तन लाने में अग्रणी भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। यहां बात हो रही है सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की। दोनों संत अपने-अपने तौर- तरीकों से हिंदू समुदाय को जागरुक करते नजर आ रहे हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा (Pradeep Mishra) का कहना है कि “हिंदू राष्ट्र के लिए वर्ग को जागरूक होना होगा। आपको राष्ट्र बचाना है। सवाल ये है कि आपके घर में कितने हथियार हैं?”
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का मत पंडित प्रदीप मिश्रा (Dhirendra Shastri vs Pradeep Mishra) से थोड़ा भिन्न है। उनका कहना है कि “हमें तलवारों के बल पर नहीं बल्कि विचारों से सनातनियों में परिवर्तन लाना है।” धीरेन्द्र शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) और पंडित प्रदीप मिश्रा के विचारों में भिन्नता को लेकर खूब चर्चा है। दोनों की मंजिल एक है, पर रास्ता अलग-अलग बताया जा रहा है। तमाम चर्चाओं के बाद सवाल ये उठ रहे हैं कि सनातनियों में में परिवर्तन लाने की ये कैसी तैयारी है?
Dhirendra Shastri vs Pradeep Mishra: संतों के मत पर चर्चा!
धीरेन्द्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) 21 नवंबर से 29 नवंबर तक बागेश्वर धाम से ओरछा धाम तक पदयात्रा करेंगे। उनकी इस यात्रा को ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ नाम दिया गया है। धीरेन्द्र शास्त्री की इस पदयात्रा का लक्ष्य जात-पात, अमीरी-गरीबी से मुक्त समाज का निर्माण करना है। इससे हिंदू समुदाय में एकजुटता आ सकेगी।
बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) पीठाधीश्वर ने इस यात्रा से पहले आ छतरपुर में मीडिया से बीत की। उन्होंने कहा कि “हमें तलवारों के बजाय विचारों से सभी सनातनियों में परिवर्तन लाना है।” उनके इस बयान को लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं।
सीहोरे वाले बाबा के नाम से मशहूर प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) भी कुछ ऐसे ही नक्शे कदम पर चलते नजर आ रहे हैं। वे भी हिंदू समुदाय से एक होने की अपील करते हैं। इसी क्रम में आज पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि “जब धर्म रूपी घर नहीं रहेगा, तो जातियों का क्या करोगे? अभी हम पूछेंगे कि सनातनियों के घर में कितनी तलवारें हैं? सनातनियों के घर में कितने डंडे, कितने फर्से, कितने औजार है? मालूम पड़ा एक तो पड़ी होगी, उसमें भी जंग लग रही होगी।” पंडित प्रदीप मिश्रा के इस बयान को लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं।
सनातनियों में परिवर्तन लाने की ये कैसी तैयारी?
पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा जोरों पर है। दोनों संतों का दावा है कि जात-पात और छुआछूत की भावना का समापन होने के साथ लोगों के बीच एकजुटता का भाव जागृत हो सकेगा। हालांकि, प्रदीप मिश्रा और धीरेन्द्र शास्त्री के अपने-अपने तरीके हैं जिसका इस्तेमाल कर वे अपनी बात रख रहे हैं। यही वजह है कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर पूछा जा रहा है कि सनातनियों में परिवर्तन लाने की ये कैसी तैयारी है?