CM Shivraj: मध्य प्रदेश में सार्वजनिक स्थान पर अब शराब पीने पर कारवाई की जाएगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि 1 अप्रैल से शराब की अहाते बंद की जाएंगी और खुले में शराब पीने पर रोक लगाया जाएगा। सीएम ने कहा है कि अगर इसके बावजूद भी कोई व्यक्ति शराब पीता हुआ पाया गया तो उसके लिए सजा का प्रावधान है। बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार नशा मुक्ति अभियान चला रहे हैं। ऐसे में चुनावी साल होने के नाते सीएम मध्य प्रदेश की माताओं -बहनों को दिए गए वादे में से इसे भी पूरा करने में जुट गए हैं।
शराब की अहाते होंगी बंद
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश में चल रही 3000 से भी अधिक अहाते को भी 31 मार्च से पहले बंद किया जाएगा। सीएम ने बताया कि मध्य प्रदेश की इतिहास में यह पहली बार है जब एक साथ 31 मार्च को इतनी अहाते को बंद किया जाएगा। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में शराब पीने वाले अब केवल या अपने घर में शराब पी सकते हैं या फिर बार में। अगर बनाए गए नियम को कोई तोड़ता है या कोशिश करता है तो ‘मामा’ की पुलिस उसके ऊपर सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में अब शराब के शौकीन पुलिस के डंडे से बचना चाहते हैं तो इन्हीं दो हीजगहों पर मदिरा का सेवन कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: खालिस्तानी समर्थक Amritpal Singh की गिरफ्तारी के बाद अमृतसर में लगी धारा 144,
सस्ता नशा करने वालों की जेब होगी ढीली
उज्जैन में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में अब सस्ता नशा करने वालों की जेब ढीली होने वाली है। 31 मार्च के बाद से मध्य प्रदेश में 3000 से भी अधिक अहाते को बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में लोगों को मजबूरन बियर बार की तरफ जाकर अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। सीएम शिवराज ने कहा कि शराब ने मध्य प्रदेश की कई बहनों के घरों को तबाह कर दिया। इस शराब ने कई बच्चों की शिक्षा को भी छीन लिया लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हमारी सरकार पहले भी शराब पीने वालों के खिलाफ थी और आगे भी रहेगी।
महिला वोट बैंक साधने की कोशिश
शराबबंदी को लेकर कहा जा रहा है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश की महिला वोट बैंक को साधने में जुट गए हैं। वहीं आहते बंद करने से कई शराब पीने वालों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। नशा मुक्ति के इस मुहिम की शुरुआत मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शुरू की थी। उमा भारती ने कुछ समय पहले राज्य में चल रहे आहते को बंद करने के लिए पत्र लिखा था। वहीं सीएम शिवराज सिंह ने उनकी बातों को मानते हुए इस पर कड़ा रुख अपनाया है।