MP Election 2023: मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने इस बार अपने चुनाव घोषणा पत्र जारी करने के लिए एक अलग रणनीति तैयार की है। इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 में वह राज्य स्तरीय घोषणापत्र के अलावा स्थानीय मुद्दों के हल के लिए एक अलग से जिला स्तरीय चुनाव घोषणा पत्र जारी करेगी। जो ‘वचन पत्र’ के रूप में होगा। इन घोषणापत्र में अलग अलग घोषणाओं को मेरिट के आधार पर किया जाएगा। कांग्रेस के मानना है कि यह अलग-अलग जिलेवार वचन पत्र गेम चेंजर साबित होंगे।
कैसा होगा इस बार का कांग्रेस घोषणापत्र
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तथा पूर्व सीएम कमलनाथ की अध्यक्षता में कल घोषणापत्र ड्राफ्टिंग कमेटी की एक बैठक बुलाई गई थी। लगभग ढाई घंटे चली इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। उनमें से एक मुद्दा यह था कि पार्टी किन मुद्दों के साथ जनता के बीच जाएगी। बैठक के बाद एक पूर्व मंत्री तरुण भनोट के मुताबिक बैठक में यह तय किया गया कि इस बार पार्टी एक अलग रणनीति के तहत लोगों की जरूरतों के हिसाब से दो तरह के घोषणा पत्र जारी करेगी। जिसमें एक राज्य स्तरीय घोषणापत्र होगा। जिसमें वो घोषणाएं शामिल होंगी, जिन्हें पिछली बार 2018 में कमलनाथ ने जनता से किया था। दूसरा वचनपत्र होगा जो वर्तमान जिला स्तरीय समाज कल्याण की जरूरतों पर आधारित होगा।
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राज्य स्तरीय घोषणापत्र में होंगे ये वादे
तरुण भनोट के मुताबिक राज्य स्तरीय ‘वचनपत्र’ में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू करना, महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह आर्थिक सहायता देना, 500 रुपए में रसोई सिलेंडर उपलब्ध कराना, रियायती बिजली बिल, कृषि ऋण माफी इत्यादि के अलावा वो विभिन्न योजनाएं शामिल होंगी जो पिछले 2018 चुनाव के दौरान कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से किए थे। इसके साथ ही जिला स्तरीय ‘वचनपत्र’ में लोक कल्याणकारी योजनाओं के अलावा समाज के सभी वर्गों से जुड़े स्थानीय विषय होंगे।
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