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MP News: पर्यटकों से Mohan Yadav सरकार को मिला करोड़ों का राजस्व, अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर CM के ये दावे हैरान करेंगे

MP News: मध्य प्रदेश सरकार पर्यटकों से 55 करोड़ से लेकर 60 करोड़ तक का राजस्व प्राप्त करती है। इसकी जानकारी CM Mohan Yadav के हवाले से सामने आई है।

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फाइल फोटो- CM Mohan Yadav

MP News: देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आज अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है। इस क्रम में वन्य जीवों के संरक्षण और टाइगर रिजर्व को लेकर चर्चा जोरों पर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी आज अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर एक बड़ा दावा किया है। सीएम मोहन यादव ने स्पष्ट किया है कि मध्य प्रदेश (MP News) सरकार को राज्य के सभी टाइगर रिजर्व में आने वाले लाखों पर्यटकों से प्रतिवर्ष 55 करोड़ से लेकर 60 करोड़ तक का राजस्व प्राप्त होता है।

मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने आज अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर ही केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा वन्य जीवों के संरक्षण के लिए किए जाने वाले सफल प्रयास का जिक्र किया। उनका कहना है कि सरकार वन्य जीवों के संरक्षण हेतु पूरी तरह से प्रयासरत है और उन्हें फलने-फूलने के लिए बेहतर माहौल दिया जा रहा है।

CM Mohan Yadav का बड़ा दावा

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वन्य जीवों के संरक्षण और पर्यटन को लेकर बड़ा दावा किया है। सीएम मोहन यादन का कहना है कि MP में 7 टाइगर रिजर्व हैं। इन सभी टाइगर रिजर्व को देखने व घूमने के लिए प्रतिवर्ष 25 लाख से ज्यादा पर्यटक मध्य प्रदेश आते हैं।

मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित टाइगर रिजर्व को देखने आने वाले लाखों पर्यटकों से राज्य सरकार प्रतिवर्ष 55 करोड़ से लेकर 60 करोड़ तक का राजस्व प्राप्त करती है। MP की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में टाइगर रिजर्व का भी अहम योगदान है।

MP में 7 टाइगर रिजर्व

मध्य प्रदेश सरकार ने बाघों के संरक्षण के लिए अभयारण्य बना रखे हैं। वर्तमान की बात करें तो MP में 7 अभयारण्य (रिजर्व) हैं जिसमें बांधवगढ़, कान्हा, पन्ना, पेंच, सतपुड़ा, संजय दुबरी और नव घोषित वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व का नाम शामिल है।

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस 2024

भारत के साथ में दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बाघों की घटती संख्या को गंभीरता से लेते हुए हर वर्ष 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। इसे सर्वप्रथम रूस के पीटर्सबर्ग में एक इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दौरान मनाने का फैसला लिया गया था। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के माध्यम से बाघों के संरक्षण और उनकी घटती संख्या के प्रति लोगों के अंदर जागरूकता बढ़ाने का काम किया जाता है।

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