MP News: सिकल सेल एनीमिया जैसे गंभीर रोग को लेकर मध्य प्रदेश सरकार बेहद सजग है और इसके रोकथाम के लिए मरीजों को कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। मध्य प्रदेश सरकार का दावा है कि 2047 तक सिकल सेल (Sickle Cell) रोग को जड़ से समाप्त कर दिया जाएगा। दरअसल ये बिमारी लाल रक्त कोशिका विकारों का एक समूह है जो मानव शरीर में हीमोग्लोबिन को प्रभावित करता है जिसका असर रक्त के प्रवाह पर पड़ता है।
World Sickle Cell 2024 के अवसर पर हम आपको मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इस बिमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए किए जा रहे तमाम प्रयासों के बारे में बताएंगे।
MP सरकार की खास मुहिम
मध्य प्रदेश सरकार राज्य के विभिन्न हिस्सों में राजकीय अस्पतालों में सिकल रोग पर रोकथाम के लिए पूर्णत: प्रयासरत है। सीएम मोहन यादव के नेतृत्व वाली इस सरकार का लक्ष्य है कि 2047 तक सिकल सेल रोग को जड़ से समाप्त कर दिया जाएगा।
सिकल सेल रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए राज्य सरकार लाखों मरीजों को स्क्रीनिंग एवं कन्फर्मेटरी जांच सुविधा, उपचार एवं प्रबंधन, नि:शुल्क रक्तदान, जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड, रेगुलर फॉलोअप, मैरिज काउंसलिंग, नवजात शिशु के लिए जांच, गर्भवती महिला के गर्भ में शिशु की जांच व रोगियों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध करा कर सुविधा दे रही है। इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से पूरे प्रदेश में जन-जागरुकता भी फैलाई जा रही है जिससे कि जल्द से जल्द इस गंभीर रोग (Sickle Cell) से निजात मिल सके।
क्या है Sickle Cell रोग?
सिकल सेल बिमारी, वंशानुगत लाल रक्त कोशिका विकारों (परिवर्तित) का एक समूह है जो मानव शरीर में हीमोग्लोबिन को प्रभावित करता है। इस दौरान लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण अर्धचंद्राकार या ‘सिकल’ आकार की हो जाती हैं जिसके कारण इसे सिकल सेल बिमारी कहा जाता है।
सिकल सेल रोग के दौरान लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) अपने आकार के कारण आसानी से मुड़ती या हिलती नहीं हैं और शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त के प्रवाह को रोकती हैं। इसके कारण लोग स्ट्रोक, आंखों की समस्या व अन्य गंभीर बिमारी से ग्रसित हो सकते हैं। सिकल सेल रोग के लक्षण की बात करें तो शरीर का पीला होना, अत्याधिक थकान व जोड़ों समेत अन्य हिस्सों में दर्द व सूजन सिकल सेल रोग के गंभीर लक्षण हैं।