Friday, November 22, 2024
Homeदेश & राज्यUjjain Holi: इस अनोखी होली में वेद मंत्रों का है बड़ा महत्व,...

Ujjain Holi: इस अनोखी होली में वेद मंत्रों का है बड़ा महत्व, जानें क्यों अलग है महाकाल नगरी की होली

Date:

Related stories

राजनीतिक या धार्मिक? Dhirendra Krishna Shastri की ‘सनातन एकता यात्रा’ पर सपा नेता ने उठाए गंभीर सवाल; पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Dhirendra Krishna Shastri: छतरपुर से निकली एक यात्रा सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही है। इस यात्रा का नाम है 'सनातन एकता यात्रा' जिसका नेतृत्व धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) कर रहे हैं।

Dhirendra Shastri ने भरी सनातन की हुंकार! CM Mohan Yadav, Khesari Lal Yadav समेत कई दिग्गजों का संदेश लेकर शुरू की यात्रा

Dhirendra Shastri: सनातन की हुंकार! ये शब्द हैं बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के। धीरेन्द्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) आज से सनातन एकता यात्रा पर निकले हैं। उन्हें देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से शुभकामान संदेश भी मिल रहे हैं।

वर्ष 2025 में इन तारीखों पर शादी करने से मिलेगा Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana का लाभ, MP सरकार ने जारी किया नया शेड्यूल; देखें

Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana: मध्य प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना योजना के लाभार्थियों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, एमपी की मोहन यादव सरकार ने नया शेड्यूल जारी कर दिया जिसके आधार पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना योजना (Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana) का लाभ उठाया जा सकेगा।

Dhirendra Shastri और Pradeep Mishra के मतों पर छिड़ी चर्चा! हथियार या विचार? सनातनियों में परिवर्तन लाने की ये कैसी तैयारी?

Dhirendra Shastri vs Pradeep Mishra: मध्य प्रदेश के दो संत सनातनियों में परिवर्तन लाने में अग्रणी भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। यहां बात हो रही है सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की।

MP News: सरकारी नौकरी में महिलाओं के लिए बढ़ी आरक्षण सीमा, किसानों के लिए हुआ बड़ा ऐलान; जानें कैबिनेट मीटिंग की खास बातें

MP News: मध्य प्रदेश की मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देती नजर आती है। इस दिशा में सरकार की ओर से पहले भी कई प्रयास किए जा चुके हैं।

Ujjain Holi: भारत में धूमधाम से मनाया जाने वाला होली पर्व यूं तो उत्तर भारत का मनाया जाने वाला त्यौहार है। उसमें भी बृज परंपरा की होली का एक अलग ही आनंद है लेकिन समूचे भारत में मनाए जाने वाले होली के त्यौहार देश के अलग-अलग राज्यों में विभिन्न परंपराओं को समेटे हुए मनाया जाता है। इसी में से एक बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में मनाई जाने वाली होली भी अपनी अलग प्राचीन परंपरा और 5000 कंड़ों से सजाई होलिका के लिए प्रसिद्ध है। जिसे देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं।

जानें क्या है उज्जैन की होली परंपरा

उज्जैन बाबा महाकाल की एक तीर्थ नगरी है। जिसे काशी की तरह ही कई परंपराओं और पौराणिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है। इसी तरह यहां की परंपराओं में वेदमंत्रों का ऐसा प्राचीन चलन है कि एक परंपरा के रुप में यहां की होली में इसका उपयोग है। आपको बता दें महाकाल की नगरी उज्जैन के सिंहपुरी सजने वाली होली 5000 हजार कंडों से तैयार की जाती थी और ये कंडे यहां के रहने वाले गुरु मंडली के नाम से प्रसिद्ध ब्राह्मण वेद मंत्रों के माध्यम से तैयार करते हैं। ये होलिका उत्तर भारत की लकड़ियों से तैयार की जाने वाली होलिका से पूरी तरह अलग सिर्फ कंडों से ही तैयार होती है। इसको गुलाल से सजाया जाता है। इस होलिका दहन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दहन से पूर्व चारों वेदों के जानकार ब्राह्मण प्रदोष काल में अलग अलग मंत्रों से पूजन विधि को पूर्ण करते हैं और महिलाओं के द्वारा पूजन क्रिया के पश्चात चकमक पत्थर से ही होलिका का दहन होता है।

ये भी पढ़ें: MP Budget Session 2023: जीतू पटवारी के निलंबन पर भड़के कमलनाथ, बोले- स्पीकर की

राजा भृतिहरि से भी जुड़ा है इतिहास

मान्यता है कि कई सौ वर्षों से वैदिक ब्राह्मणों के माध्यम से कंडों के निर्माण के पीछे लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण होने से जोड़ा जा रहा है और भारतीय मनीषियों ने हजारों साल पहले ही ये सिद्ध कर दिया था कि गोबर के उपलों से पंच तत्वों की शुद्धि होती है। तीन हजार साल पहले से स्थापित इस होली को उल्लेश श्रुत परंपरा का माना जाता है जब उज्जैन के राजा भृतहरि भी इस होलिका दहन में आते थे।

ये भी पढ़ें: Attack on Hindu Temples: Australia में चौथी बार फिर हुआ हिन्दू मंदिर पर हमला, खालिस्तानी समर्थकों पर लग रहे गंभीर आरोप

Hemant Vatsalya
Hemant Vatsalyahttp://www.dnpindiahindi.in
Hemant Vatsalya Sharma DNP INDIA HINDI में Senior Content Writer के रूप में December 2022 से सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने Guru Jambeshwar University of Science and Technology HIsar (Haryana) से M.A. Mass Communication की डिग्री प्राप्त की है। इसके साथ ही उन्होंने Delhi University के SGTB Khalasa College से Web Journalism का सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया है। पिछले 13 वर्षों से मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हैं।

Latest stories