Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर से करवट लेने लगी है। एनसीपी नेता अजित पवार ने एक बार फिर से बीजेपी के साथ जाने की अटकलों को हवा दे दी है।आज उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से पार्टी का झंडा भी हटा दिया। बीजेपी में जाने के संबंध में मामले को गर्माता देख अजित पवार ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि इन खबरों में अभी कोई तथ्य नहीं है। बता दें पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अजित पवार भी एकनाथ शिंदे की तरह एनसीपी से अलग होकर शरद पवार को झटका दे सकते हैं।
जानें क्या है मामला
बता दें बीते एक सप्ताह से महाराष्ट्र की राजनीति अजित पवार के इर्द-गिर्द घूम रही है। मुंबई में जब से उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस से मुलाकात की है, उसके बाद से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जिनमें से कभी उनके दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की बात की जा रही है। कभी उनका फोन न लगना। आज मंगलवार को पहले ये खबर आई कि अजित पवार ने 53 में से 40 एनसीपी विधायकों के हस्ताक्षर करा लिए हैं। जिसे लेकर राजभवन जाएंगे। इससे पहले बीजेपी की तरफ से खुले तौर पर आने के लिए स्वागत करने का बयान दिया गया था।
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अजित पवार ने दी सफाई
बीजेपी में शामिल होने की खबरों की अटकलों को लेकर अजित पवार ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने की खबर एक अफवाह है, इसमें कोई तथ्य नहीं है। उन्होंने एक भी विधायक का हस्ताक्षर नहीं लिया है। सभी पार्टी में हैं और एनसीपी में ही रहेंगे। कुछ विधायक अपने क्षेत्र के काम के सिलसिले में मिलने आते हैं। इसका मतलब कोई और वजह नहीं है। ऐसी खबरों से कार्यकर्ताओं के मन में भ्रम पैदा होता है। हम शरद पवार के नेतृत्व में एक साथ हैं।
शरद पवार बोले
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि अजित पवार ने ऐसी कोई बैठक नहीं बुलाई है। चर्चा सिर्फ मीडिया के मन में है, हमारे मन में नहीं। सभी विधायक पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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