Mandya Violence: पूरे देश में गणेश चतुर्थी की अलग की धूम नजर आ रही है। इसी बीच कर्नाटक से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां बीते दिन यानि 11 सितंबर को दो गुटों के बीच पथराव हो गया। पुलिस द्वारा दी जानकारी के अनुसार घटना उस वक्त हुई जब बदारीकोप्पालु के लोग गणेश जी की मूर्ती का विसर्जन करने जा रहे थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने इलाकें में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक 11 सितंबर को दो समूहों के बीच हुई झड़पों के बाद टकराव पैदा हो गया। बता दें कि यह घटना बदारीकोप्पालु की है जहां लोग भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन करने के लिए जा रहे थे। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक जुलूस जैसे ही मस्जिद के पास पहुंचा कथित तौर पर उस जूलूस पर पत्थर फेंके गए। हालांकि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पूरे इलाकें में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो सके।
पुलिस अधिकारी ने दी जानकारी
मांड्या के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि, ”घटना शाम को गणेश जुलूस के दौरान हुई। जब जुलूस एक मस्जिद के पास पहुंचा तो कुछ उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। यह हमारे संज्ञान में आया है। बाद में विरोध प्रदर्शन भी हुआ। आईजी, एसपी और मैंने घटनास्थल का दौरा किया है। हम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी उपाय कर रहे हैं।
एहतियात के तौर पर 14 सितंबर तक धारा 144 लागू रहेगी आग लगी है, बिजली गुल है। मैंने GESCOM (गुलबर्गा इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड) से बात की है।”
46 लोग हिरासत में लिए गए
कर्नाटक पुलिस ने बुधवार, 11 सितंबर को गणपति जुलूस के दौरान राज्य के मांड्या जिले में हुई सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में गुरुवार को 46 लोगों को हिरासत में लिया। बता दें कि स्थानीय लोगों ने पुलिस स्टेशन के आगे गणेश जी की मूर्ति रखकर न्याय की मांग की। पुलिस के मुताबिक 2-3 दुकानों में आग लगा दी गई। एहतियात के तौर पर 14 सितंबर तक सीआरपीसी की धारा 144 लागू रहेगी। पुलिस ने कहा कि हम इसकी जांच कर रहे हैं। वहीं इलाकें में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।