Jai Ram Ramesh: कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने मणिशंकर अय्यर के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसके अलावा जयराम रमेश ने गलवान घाटी में हुए झड़प को लेकर भी पीएम मोदी से सवाल किए। मालूम हो कि विवादों और मणिशंकर अय्यर का एक दूसरे से पुराना नाता रहा है। एक वीडियो के कार्यक्रम के मुताबिक मणिशंकर अय्यर ने मंगलवार को कहा कि अक्टूबर 1962 में चीनियों ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण कर दिया। अय्यर के कथित शब्द की खूब आलोचना हुई। हालांकि उन्होंने बाद में कथित शब्द को लेकर बीना शर्त माफी मांग ली।
जयराम रमेश ने क्या कहा?
आपको बता दें कि कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि “श्री मणिशंकर अय्यर ने बाद में गलती से “कथित आक्रमण” शब्द का उपयोग करने के लिए बिना शर्त माफी मांगी है।
उनकी उम्र के हिसाब उन्हें सम्मान दिया जाना चाहिए। कांग्रेस ने खुद को उनकी मूल शब्दावली से दूर कर लिया है”।
गलवान को लेकर जयराम रमेश ने उठाए सवाल
उन्होंने आगे कहा कि “मई 2020 की शुरुआत में लद्दाख में चीनी घुसपैठ भी हुई, जिसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हो गए और यथास्थिति भंग हो गई। हालाँकि, निवर्तमान प्रधान मंत्री ने 19 जून 2020 को सार्वजनिक रूप से चीनियों को क्लीन चिट दे दी, जिससे हमारी बातचीत की स्थिति गंभीर रूप से कमजोर हो गई। देपसांग और डेमचोक सहित 2000 वर्ग किमी क्षेत्र भारतीय सैनिकों की सीमा से बाहर है”।
पाकिस्तान को लेकर दिया था बयान
दरअसल इससे पहले भी मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर कहा था कि पाकिस्तान के पास एटम बम है। भारत को पाकिस्तान का सम्मान करना चाहिए। उसके बाद से सियासत पूरी तरह गरमा गई थी। पीएम नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई नेताओं ने इस मुद्दें पर कांग्रेस को जमकर घेरा था। पीएम मोदी ने तो कई बार अपनी जनसभा में इस मुद्दें का जिक्र किया था।