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मुख्यमंत्री आवास पर हमला, इंटरनेट निलंबित, मणिपुर में फिर हालात हुए चिंताजनक, कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge ने केंद्र पर साधा निशाना; जानें डिटेल

Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। भारी भीड़ ने कई मंत्रियों और विधायकों के घरों को भी जला दिया है।

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Manipur Violence
फाइल फोटो प्रतीकात्मक

Manipur Violence: मणिपुर में बीते कई महीनों से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इसी बीच एक बार फिर मणिपुर हिंसा भड़क चुकी है। बता दें कि भारी भीड़ ने मणिपुर में कई मंत्रियों के घर पर हमला कर दिया। मालूम हो कि यह हिंसा तब भड़की जब मणिपुर में जिरीबाम के एक राहत शिविर से 6 लोगों के शव बरामद हुए थे। जिसके बाद भीड़ भड़क उठी और उन्होंने कई विधायकों और मंत्रियों के घर पर हमला कर दिया।

Manipur Violence के बाद कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद

Manipur Violence के बाद मणिपुर के कई जिलों में इंटरनेट और मोबाइल सेवा पूर्ण रूप से बंद कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और बिष्णुपुर जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया है। हालांकि भीड़ ने विधायक और मंत्रियों के कई घरों को जला दिया है। वहीं भीड़ ने मुख्यमंत्री आवास पर भी हमला करने की कोशिश की, जिससे देखते हुए मणिपुर के सीएम एन विरेन सिंह के घर के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।

Mallikarjun Kharge ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना

Manipur Violence के बाद कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge ने केंद्र सरकार और मणिपुर सरकार पर निशाना साधते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “आपकी डबल इंजन सरकार के तहत, “ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सुरक्षित है”। मई 2023 से, यह अकल्पनीय दर्द, विभाजन और बढ़ती हिंसा से गुजर रहा है, जिसने इसके लोगों का भविष्य नष्ट कर दिया है। हम इसे पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहे हैं कि ऐसा लगता है कि भाजपा जानबूझकर मणिपुर को जलाना चाहती है, क्योंकि वह अपनी घृणित विभाजनकारी राजनीति करती है। 7 नवंबर से अब तक कम से कम 17 लोगों की जान जा चुकी है।

संघर्षग्रस्त क्षेत्रों की सूची में नए जिले जोड़े जा रहे हैं और आग सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्यों तक फैल रही है। आपने खूबसूरत सीमावर्ती राज्य मणिपुर को विफल कर दिया है। भले ही आप भविष्य में मणिपुर जाएं, राज्य के लोग कभी माफ नहीं करेंगे या भूलेंगे कि आपने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया, और उनके दुखों को दूर करने और समाधान खोजने के लिए कभी उनके राज्य में कदम नहीं रखा”।

6 लोगों के शव मिलने के बाद भड़की हिंसा

उग्रवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद बोरोब्रेको राहत शिविर में 6 लोगों की किडनैपिंग हो गई थी। बता दें दो दिन बाद ही 6 लोगों के शव बरामद हुए थे। जिसके बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। वहीं Manipur Violence पर गृह मंत्री अमित शाह लगातार अधिकरियों के संपर्क में है।

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