Kangana Ranaut: हिमाचल प्रदेश में बीते दिन यानि 1 अगस्त को बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं 50 से अधिक लोग अभी भी लापता है। मौसम खराब होने के कारण राहत बचाव कार्यों में काफी परेशानी आ रही है। जानकारी के मुताबिक बादल फटने के बाद लैंडस्लाइड बंद होने के बाद कई सड़के बह गई है। अधिकारयों के मुताबिक पॉवर प्रोजेक्ट पर काम करने वाले 29 लोगों को बचाया गया है। इसी बीच अभिनेत्री और मंडी से बीजेपी सांसद ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और दु:ख जताया है।
Kangana Ranaut ने क्या है?
मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा कि “यह हमारे लिए बहुत दुखद बात है। पहाड़ों में रहने वाले लोगों का जीवन कठिन है। हर साल ऐसी त्रासदी आती हैं और हिमाचल प्रदेश के लोगों के जीवन और संपत्ति को नुकसान पहुंचाती हैं। पीएम और केंद्रीय गृह मंत्री ने सभी चीजों की रिपोर्ट ली है,
आश्वासन दिया है कि राहत कोष के माध्यम से और अधिक सहायता प्रदान की जाएगी। मैं विभिन्न मंत्रियों से भी मिलूंगी, मैं यहां अपना काम पूरा होने के बाद हिमाचल में लोगों से मिलने जाऊंगी”।
राहत और बचाव कार्य तेज
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया को ताजा अपडेट देते हुए कहा का “बचाव और राहत अभियान जोरों पर है। मैं उस स्थान का दौरा करने जा रहा हूं जहां से सबसे ज्यादा लोग लापता हैं। अगर सूरज की रोशनी निकले तो बचाव अभियान चलाया जा सकता है बहुत अधिक गति से किया गया।
हम शवों को तभी निकाल सकते हैं जब सूरज की रोशनी निकलेगी। वर्तमान में, लगभग 49 लोग लापता हैं। हमारा वर्तमान उद्देश्य फंसे हुए 4 लोगों को बचाना और मलबे के नीचे फंसे शवों को निकालना है। मैं पर्यटकों से अनुरोध करता हूं कि वे झरनों और नदियों के पास न जाएं”।
बादल फटने से केदरानाथ में फंसे हजारों श्रद्धालु
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए बताया कि केदारनाथ मंदिर के मार्ग पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिससे यात्रा बाधित हो गई है। अभी लगभग 1000 लोग केदारनाथ में फंसे हुए हैं। लिनचोली से लेकर भीमबली तक करीब 500 लोग फंसे हुए हैं। सोनप्रयाग और गौरी कुंड के बीच का मार्ग भी क्षतिग्रस्त है, इसलिए लगभग 1000 लोग फंसे हुए हैं। कल, हमने लगभग 3000 लोगों को बचाया, उनमें से 700 को लिनचोली और भीमबली से एयरलिफ्ट किया गया।