MP News: सही जानकारी नही मिलने के कारण बच्चों में लगातार पोर्न देखने की लत बढ़ती जा रही है। बता दें कि मध्य प्रदेश से ऐसी ही एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जिसने पूरे मध्य प्रदेश में हलचल मचा दी है। यह घटना रीवा जिले की है। जहां एक नाबालिग लड़के ने अपनी 9 साल की बहन के साथ रेप किया। गौरतलब है कि अब समय आ गया है कि बच्चों को अनुचित ऑनलाइन कंटेंट के बारे में जानकारी प्रदान की जानी चाहिए ताकि वह इन गलत कृत्यों में ना पड़े। यह व्यथित करने वाली घटना बच्चों द्वारा प्रतिदिन देखी जाने वाली डिजिटल दुनिया में छिपे संभावित खतरों की याद दिलाती है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल 24 अप्रैल को मध्य प्रदेश पुलिस को सूचना मिली कि राज्य के रीवा जिले में एक घर के आंगन में एक लड़की का शव पड़ा है। हालांकि शुरुआत में एक रहस्यमयी मौत की तरह लग रही थी। लेकिन जैसे जैसे पुलिस ने कार्रवाई आगे बढ़ाई इस मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ। पीड़िता के 13 साल के भाई ने मोबाइल फोन पर पोर्न देखकर प्रभावित होकर अपनी 9 साल की बहन से रेप किया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब माँ और दो बड़ी बहनों सहित परिवार के सदस्यों ने अपराध को छुपाने का प्रयास किया। हालांकि बाद में पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ के बाद पूरे रहस्य का खुलासा हुआ।
अश्लील कंटेंट बच्चों और युवाओं के लिए खतरा
यह दुखद घटना बच्चों के अनुचित ऑनलाइन सामग्री के संपर्क में आने के गंभीर मुद्दे को प्रकाश में लाती है। स्मार्टफोन के तेजी से सुलभ होने के साथ, यहां तक कि युवा उपयोगकर्ताओं के लिए भी, अप्रतिबंधित इंटरनेट एक्सेस से जुड़े जोखिम कई गुना बढ़ गए हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और आसानी से उपलब्ध अश्लील कंटेंट बच्चों के मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण खतरा पैदा कर रही है। अगर इससे वक्त रहते नहीं रोका गया तो आने वाले समय में रीवा जैसी और भी घटनाएं सामने आ सकती है।
अपने बच्चों को कैसे रखें सुरक्षित
चलिए आपको बताते है कि इस डिजिटल दुनिया में कैसे आप अपने बच्चों को सुरक्षित रख सकते है।
- ऐसे माहौल को बढ़ावा दें जहां बच्चे अपने ऑनलाइन अनुभवों पर चर्चा करने में सहज महसूस करें।
- बच्चों को इंटरनेट के संभावित खतरों और जिम्मेदार ब्राउज़िंग के महत्व के बारे में शिक्षित करें।
- अनुचित केंटेंट की निगरानी और पहुंच को प्रतिबंधित करने के लिए सॉफ़्टवेयर टूल का उपयोग करें।
- संतुलित जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के लिए डिवाइस के उपयोग की सीमाएँ निर्धारित करें।
गौरतलब है कि ऊपर दिए गए जानकारी की मदद से माता-पिता अपने बच्चों को सही जानकारी प्रदान करे ताकि आने वाले समय में उनके बच्चों किसी गलत कार्य में न फंसे।