MP News: मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले से एक बहुत हास्यास्पद (अतरंगी) मामला देखने को मिला है। दरअसल यहां के आदिवासी ने अफसरों से परेशान होकर उनके चेंबर के पास जाकर जहरीला गोह छोड़ देता है। जिसके बाद पूरे सीएमओ और तहसीलदार कार्यालय में हड़कंप मच जाती है। जानकारी के मुताबिक आदीवासी पुरुष कई महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा था। फिर भी उसकी विनती कोई अफसर सुनने को तैयार नहीं था। ऐसे में गुस्साए आदीवासी ने जहरीला गोह पकड़कर दफ्तर पहुंच जाता है, और उन सभी को सीएमओ ऑफिस में छोड़ देता है।
क्या मांग थी आदीवासी पुरुष की?
बता दें कि यह अतरंगी मामला मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले का है। जहां चंदेरी तहसील का रहने वाला एक आदिवासी जिसका नाम तोताराम बताया जा रहा है, वह जमीन की पट्टे की मांग को लेकर कई महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा था। उसके मुताबिक उसकी वहां कोई बात सुनने को तैयार नही था, जिसके कारण गुस्साए आदिवासी तोताराम ने गोह पकड़कर अधिकारियों के चेंबर में छोड़ देता है। जिससे पूरे ऑफिस में अफरा तफरी मच जाती है। लेकिन फिर ऑफिसर के समझने के बाद तोताराम गोह वापस पकड़कर चला जाता है।
लेकिन जब अधिकारियों से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया– आदीवासी पुरुष तोताराम सांप पकड़ने का काम करता है। इसलिए हमने परमिशन देकर साप देखने के लिए बुलाया था ।
नगर पालिका सीएमओ का क्या है कहना?
वहीं जब इस बारे में चंदेरी नगरपालिका के (सीएमओ) संतोष सैनी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया – जिस जमीन का आदिवासी तोताराम दवा कर रहे हैं वह नगरपालिका के द्वारा उक्त भूमि पर आवास स्वीकृत किया गया था, साथ में एक लाख रुपये भी दिए गए थे। लेकिन उन्होंने उन रुपयों को खर्च कर दिया। और अब फिर से सरकारी अफसरों को डरा-धमकाकर यही खेल शुरू करना चाहते हैं। जबकि चंदेरी क्षेत्र के तहसीलदार सोनू गुप्ता ने बताया कि संबंधित व्यक्ति ( तोताराम) आदिवासी ने जिस जमीन पर कब्जा किया हुआ है, वह वक्फ बोर्ड की जमीन है। ऐसे में उसे किसी भी कारणवश पट्टा नहीं कराया जा सकता है।
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