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Navratri 2023: नवरात्रि में इन मंत्रों का श्रद्धापूर्वक करें जाप, मां दुर्गा की बरसेगी कृपा और सभी कष्टों का हो जाएगा निवारण

Navratri 2023: माता के भक्त उनकी भक्ति में लीन हैं। शारदीय नवरात्रि का आज दूसरा दिन है। ऐसे में आज हम आपको 6 ऐसे मंत्रों के बारे में बताएंगे। जिनका जाप करके आप सभी कष्टों से मुक्त हो सकते हैं। इन सभी मंत्रों को छोटे बच्चों से भी बुलवाने की कोशिश करें! खासकर वह बच्चे जो बोलने में असक्षम हैं। माताजी उनका जरूर कल्याण करेंगी।

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Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि का आज दूसरा दिन है। माता के भक्त उनकी भक्ति में लीन हैं। इस दौरान वह तरह-तरह के मंत्र सहित पूजा-पाठ कर रहे हैं। कुछ भक्त माता के दर्शन के लिए श्री वैष्णो देवी जा रहे हैं। तो वहीं कुछ भक्त भव्य पंडाल की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। यहां वह माता की लीला सहित अन्य कार्यक्रम का हिस्सा बन रहे हैं। दुर्गा माता अपने सभी भक्तों का कष्ट दूर करती हैं। ऐसे में आज हम आपको 6 ऐसे मंत्रों के बारे में बताएंगे। जिनका जाप करके आप सभी कष्टों से मुक्त हो सकते हैं। साथ ही आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी भी हो जाएंगी। 

मां दुर्गा के 6 पावरफुल मंत्रों का करें जाप 

मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करने से एक तरफ राक्षसों का विनाश होता है, तो वहीं दूसरी तरफ भक्तों का कल्याण भी होता है। ऐसे में शारदीय नवरात्रि पर आप सभी को चाहिए की इन सभी 6 मंत्रों का जाप करें।  

1- ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।

2- या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

3-  या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

4- दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः। सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि।।

दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।

5- या देवी सर्वभूतेषु तुष्टि रूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

6- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।

माँ दुर्गा करेंगी सभी कष्टों का निवारण 

नवरात्रि में आपको इन 6 मंत्रों के अलावा माँ दुर्गा का ध्यान मंत्र का जाप भी करना चाहिए। इससे बुद्धि एकाग्र रहती है। मन निश्चिन्त हो जाता है। आपको मन में सिर्फ, “ॐ जटा जूट समायुक्तमर्धेंन्दु कृत लक्षणाम। लोचनत्रय संयुक्तां पद्मेन्दुसद्यशाननाम” बोलना  है। यह मंत्र छोटे बच्चों से भी बुलवाने की कोशिश करें खासकर वह बच्चे जो बोलने में असक्षम हैं। माताजी  उनका जरूर कल्याण करेंगी।

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