Nawada Fire: बिहार का नवादा जिला सोशल मीडिया पर आज खूब सुर्खियां बटोर रहा है। इसकी खास वजह है नवादा में दलितों पर हुआ अत्याचार। जानकारी के मुताबिक एक मामूली विवाद को लेकर स्थानीय दबंगों ने पूरी दलित बस्ती को निशाना बनाया और दलितों की बस्ती में आग लगा दी। इस पूरे प्रकरण में दलितों के 70 से ज्यादा घर जल कर खाक होने का दावा किया जा रहा हैं। हालाकि पुलिस का कहना है कि आगजनी में 20 घर ही जले हैं और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
नावादा जिले में दलितों पर हुए इस अत्याचार के बाद बिहार (Bihar) का सियासी पारा तेजी से चढ़ता नजर आ रहा है। सूबे की प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस पूरे प्रकरण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) – जनता दल यूनाइटेड (JDU) की गठबंधन सरकार पर निशाना साधा है। (Nawada Fire)
RJD ने साधा निशाना
बिहार की प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने नवादा में दलितों पर हुए इस हमले को लेकर सत्तारुढ़ दल BJP-JDU पर जमकर निशाना साधा है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगायी आग। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेखबर! गरीब जले, मरे-इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा।”
BJP का पक्ष
नवादा जिले में दलितों की एक बस्ती को आग के हवाले किए जाने के मामले में बिहार BJP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व लोकसभा सांसद संजय जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उनका कहना है कि “बिहार में एक भी ऐसी घटना नहीं हुई है जिसमें दोषी के खिलाफ कार्रवाई न की गई हो। जब राजद सत्ता में थी, तब मुख्यमंत्री कार्यालय से आदेश जारी किए जाते थे। नवादा प्रकरण में जो दोषी टुन्नू पासवान है और जो भी उससे मिले हुए लोग हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एक भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा और जिनके साथ यह घटना घटी है सरकार उनका जरूर ख्याल रखेगी।”
नवादा पुलिस का पक्ष
नवादा जिले के मुफस्सिल थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कृष्णानगर में दलितों की बस्ती को आग के हवाले किए जाने के प्रकरण में नवादा पुलिस का बयान सामने आया है। पुलिस का कहना है कि बीते रात करीब 7 बजे आगजनी की सूचना मिली जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और अग्निशमन विभाग की मदद से आग पर काबू पाया गया। प्रथम दृष्टया यह मामला जमीन विवाद को लेकर बताया जा रहा है। पुलिस की टीम द्वारा स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य दोषियों की तलाश जारी है।