NEET Result 2024: नीट परीक्षा मामले में आए-दिन नए खुलासे सामने आ रहे है। गौरतलब है कि इस मामले में अभी तक कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं इसे लेकर अब बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की ईओयू के सूत्रों के अनुसार झारखंड के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से पेपर लीक हुआ था। सूत्रों के मुताबिक पेपर का 6136488 बुकलेट इसी स्कूल को आवंटित किया गया था। बुकलेट वाले पेपर बॉक्स से भी छेड़छाड़ किया गया था। वहीं इस मामले में मास्टरमाइंड के तौर पर संजीव मुखिया का नाम सामने आ रहा है।
कौन है संजीव मुखिया?
नालंदा के शाहपुर बलवा गांव के निवासी संजीव मुखिया पर नीट पेपर लीक करने का आरोप है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार संजीव मुखिया पर पेपर लीक कराने का आरोप लग चुका है। एनईईटी परीक्षा से एक दिन पहले 4 मई को, संजीव मुखिया पर पटना में लर्न प्ले स्कूल से जुड़े लड़कों के छात्रावास में करीब पच्चीस आवेदकों को आवास देने का आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि इसी हॉस्टल में अभ्यर्थियों को खुला हुआ प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं मिलीं। उसे ढूंढने और पकड़ने के लिए, ईओयू ने बिहार के नालंदा, गया और नवादा जिलों में ब्रोशर और अधिसूचित पुलिस इकाइयों का निर्माण किया है।
क्या ओएसिस स्कूल से हुआ पेपर लीक?
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के सूत्रों के मुताबिक, एनईईटी पेपर लीक में हज़ारीबाग़ के ओएसिस स्कूल से एक हेरफेर किया हुआ प्रश्नपत्र पाया गया था। छेड़छाड़ के साक्ष्य सहित एक रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) से संपर्क किया और अतिरिक्त जांच के लिए मामले को सीबीआई के पास भेज दिया गया है। बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी 15 मार्च को हज़ारीबाग़ से लीक हो गया था। लगभग 268 अभ्यर्थी – जिनमें से 113 बिहार के नालंदा क्षेत्र से थे – को कार्यप्रणाली के तहत हज़ारीबाग़ में विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया था। और उन्हें परीक्षण से एक रात पहले प्रश्न और उत्तर दिए गए थे।
नीट पेपर लीक पर सरकार का बड़ा फैसला
नीट पेपर लीक का मामला काफी गरमाया हुआ है। गौरतलब है कि इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं अब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को पद से हटा दिया है। गौरतलब है कि हालिया परीक्षाओं में गड़बड़ी के कारण केंद्र सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है। वहीं अब प्रदीप सिंह खरोला को नियमित नियुक्ति किए जाने तक परीक्षा एजेंसी के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।