Saturday, November 2, 2024
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Jharkhand के इस गांव में कोई नहीं करना चाहता है अपनी बेटी की शादी, वजह हैरान कर देगी

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Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक राज्य की सभी 81 विधानसभा (Jharkhand Assembly Election 2024) सीटों पर दो चरणों में मतदान होंगे।

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Jharkhand Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड में भी विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। राज्य में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

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Maharashtra Jharkhand Election Date 2024: चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है।

Jharkhand: शादी करने सपना तो सभी देखते हैं लेकिन झारखंड का एक ऐसा गांव है जिसे “कुंवारों का गांव” कहा जाता है। झारखंड के इस गांव में कोई भी अपनी बेटी की शादी नहीं कराना चाहता है। बता दें कि, इस गांव में पिछले कई सालों से कोई भी शादी नहीं हुई है। दरअसल यह गांव एक साथ कई परेशानियों से जूझ रहा है इसमें रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं।

यातायात की सुविधा नहीं

झारखंड के जमशेदपुर के जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के खंडामौदा पंचायत अंतर्गत बड़ाडहर गांव है। इस गांव में जाने के लिए आपको करीबन 2 किलोमीटर तक पैदल ही चलना पड़ेगा। यहां पर कोई भी यातायात की सुविधा नहीं है। इस गांव में सिर्फ 20 परिवार रहते हैं जिसमें लगभग 215 लोग हैं।

पीने के पानी भी बहुत बड़ी समस्या

झारखंड के बड़ाडहर गांव में खराब सड़कों के साथ पीने के पानी की भी बहुत बड़ी समस्या है। वैसे तो इस गांव में 4 साल पहले मुख्या निधि के सोलर जलमीनार बनाया गया है लेकिन चापाकल में लगी मोटर मिट्टी के अंदर धंस गई है। जिसके कारण गांव के लोगों पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है। महिलाओं को पीने का पानी लेने के लिए गांव से करीबन 500 मीटर दूर खाल नदी से पानी लेकर आना पड़ता है।

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इस कारण से कोई नहीं कराता शादी

इस गांव की खराब स्थिति को देखकर यहां पर कोई भी अपनी बेटी की शादी इस गांव के लड़कों के साथ नहीं कराना चाहता है। इस गांव के लड़के दूसरे गांव में जाकर काम करते हैं। कम पढ़े लिखे होने के कारण इन लोगों को अच्छी नौकरी भी नहीं मिल पाती है। ऐसे में अगर कोई भी अपनी लड़की इस गांव में कराता है तो उसे करीबन 2 किलोमीटर पैदल चलकर लड़की के ससुराल पहुंचना पड़ता है यही कारण है कि लंबे समय तक इस गांव में किसी भी लड़के की शादी नहीं हुई है।

बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं

इस गांव में स्कूल हॉस्पिटल जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं है। यदि गांव के किसी भी व्यक्ति को कोई बीमारी हो जाती है तो उसे एंबुलेंस तक खाट पर लिटा कर ले जाया जाता है। इसी के साथ इस गांव में शौचालय भी नहीं है जिसके कारण लोग खुले में शौच करते हैं। बुनियादी सुविधाओं के ना होने की वजह से गांव का कनेक्शन पूरी दुनिया से टूट गया है।

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Anjali Sharma
Anjali Sharmahttps://dnpindiahindi.in
अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

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