Onion Price: पिछले कुछ समय से मौसम का मिजाज काफी बदला हुआ नजर आ रहा है। बेमौसम बरसात ने अधिकतर फसलों को बर्बाद करके रख दिया है। बिना मौसम की बरसात और ओले गिरने की वजह से किसानों का काफी नुकसान हुआ है जिसके कारण उनके चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। इसी कड़ी में इस बार प्याज की फसल के कारण भी किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। माजूदा समय में प्याज की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
फसल की लागत निकालना भी हुआ मुश्किल
प्याज की लगातार गिरती कीमतों ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। ऐसे में किसानों को अपनी लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है जिसके कारण किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पढ़ रहा है। बता दें कि, भारत में प्याज के दाम अपने 5 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। देशभर के किसानों को प्याज की उपज पर अच्छे भाव नहीं मिल रहे हैं। प्याज की कीमत इतनी गिर गई है कि किसान अपनी फसल की लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं।
मंडियों में बढ़ा प्याज का स्टॉक
एक्सपोर्ट के अनुसार किसान जल्द से जल्द अपनी प्याज को बेचने के लिए बड़ी संख्या में मंडियों में पहुंच रहे हैं जिसके कारण मार्केट में अचानक से प्याज का स्टॉक बढ़ गया है और प्याज की कीमतों में भारी गिरावट आई है। बता दें कि, अगर किसान खराब क्वालिटी का प्याज 4 से 6 महीने तक स्टोर करने की कोशिश करते हैं तो उन्हें 15 रुपए प्रति किलो प्याज की कीमतों में नुकसान उठाना पड़ सकता है इस तरह से किसानों को दोहरी मार झेलनी पढ़ सकती है।
बेमौसम बरसात ने फसल को किया बर्बाद
इस साल अप्रैल में बेमौसम बरसात हुई है जिसके कारण प्याज की फसल काफी ज्यादा बर्बाद हो गई है। फसल के इस तरह बर्बाद होने की वजह से आने वाले समय में प्याज के उत्पादन में कमी देखी जा सकती है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि, इस साल रबी सीजन में प्याज का उत्पाद 23.5 मेट्रिक टन किया जाएगा लेकिन बारिश के कारण इस उत्पाद में कमी के आसार देखे जा रहे हैं।