Parliament Attack: भारतीय सदन में शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान सुरक्षा में भारी चूक का मामला सामने आया है। दरअसल सदन के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान दो युवक दर्शक दीर्घा से कूदकर संसद सदस्यों के बीच पहुंच गए और नारेबाजी करने के साथ केमिकल युक्त पदार्थ से पीला धुंआ भी निकाला। हालाकि सुरक्षा में तैनात कर्मियों व सदन के सदस्यों ने मौके पर ही दोनों युवकों को पकड़ लिया और उनकी कुटाई भी कर दी है। खबरों की मानें तो सदन की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी आरोपी ‘भगत सिंह फैन क्लब’ नामक सोशल मीडिया पेज से जुड़े थे। दावा किया जा रहा है कि आरोपियों द्वारा सुरक्षा में सेंधमारी की ये योजना काफी पहले से बनाई जा रही थी। इसके तहत सभी आरोपियों की मुलाकात करीब डेढ़ वर्ष पहले मैसूल में हुई थी।
सदन की सुरक्षा में सेंध लगाने की योजना
भारतीय सदन में बीते दिन सुरक्षा में सेंध लगाने का बेहद गंभीर मामला सामने आया है। खबरों की मानें तो इस षडयंत्र में शामिल सभी आरोपियों की मुलाकात सोशल मीडिया पेज के जरिए हुई थी और वे एक-दूसरे को कई वर्षों से जानते थे। वहीं आरोपियों ने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए ही सदन में घुसने और नारेबाजी करने की योजना बनाई थी। दावा किया जा रहा है कि इस मामले में पकड़े गए सभी आरोपी सदन के अंदर जाना चाहते थे। हालाकि पास ना मिल पाने के कारण सिर्फ दो युवक ही दर्शक दीर्घा तक पहुंच सके थे। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि वो इस मामले में गंभीर जांच कर रही है और साथ ही ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं आरोपियों को किसी संगठन से ऐसा करने के आदेश तो नहीं मिले थे।
पकड़े गए आरोपी
प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सदन की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। इसमें सागर शर्मा (लखनऊ), डी. मनोरंजन (मैसूर), नीलम, अमोल शिंदे व विशाल शर्मा के नाम शामिल हैं। वहीं ललित नामक युवक फरार बताया जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि सभी आरोपियों के फोन भी ललित के पास हैं। ऐसे में उसके पकड़ में आने के साथ ही आरोपियों के फोन के माध्यम से काफी जानकारी निकाली जा सकेगी।
UAPA के साथ इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
गृह मंत्रालय के निर्देश पर प्रशासन की ओर सभी आरोपियों पर अतिचार, आपराधिक साजिश, बाधा, दंगा भड़काने के इरादे से उकसावे और कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) सहित अन्य कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वहीं ये भी जानकारी सामने आई है कि लोकसभा सचिवालय की गुज़ारिश पर गृह मंत्रालय ने संसद की सुरक्षा में सेंध की जांच के आदेश दिए हैं। इसके तहत सीआरपीएफ़ के महानिदेशक अनीश दयाल के नेतृत्व में जांच समिति का गठन किया गया है जिसमें सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य और विशेषज्ञ शामिल हैं। जांच समिति का दावा है कि जल्द से जल्द मामले का खुलासा कर सभी तथ्यों को सामने लाने का काम किया जाएगा।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।