Patna News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गुरुवार को बिहार के मोतिहारी पहुंचे। दरअसल उन्हें मोतिहारी के महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होना था। इस समारोह की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रही। इसके अलावा मंच पर प्रदेश के तमाम अधिकारी और भाजपा नेता मौजूद रहे। ऐसे में मुख्यमंत्री ने मंच के माध्यम से अपने संबोधन में भाजपा नेताओं से दोस्ती को लेकर बड़ी बात कही। इस दौरान मंच पर उपस्थित कई भाजपा नेता मन ही मन मुस्कुराने लगे। अब उनके कहे हुए वक्तव्य पर अलग राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
जब तक जिंदा हैं तब तक दोस्ती बनी रहेगी- नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिल एक बार फिर भाजपा की तरफ झुक गया है। उन्होंने आज मोतिहारी के महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के समारोह में कहा, “जब जिंदा हैं, तब तक भाजपा नेताओं से दोस्ती बनी रहेगी” यही नहीं इसके अलावा सीएम नीतीश ने मंच के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की। जबकि तब के तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार (UPA) को कोसा। अब यह जानना बहुत अहम हो जाता है, कि आखिर सीएम नीतीश ने ऐसा क्यों कहा?
सीएम नीतीश की ये थी मांग
दरअसल सीएम ने बताया, कि उन्होंने साल 2009 में UPA सरकार से मोतिहारी में केंद्रीय विश्वविद्यालय खोलने के लिए कहा था। तब तत्कालीन सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। लेकिन जब 2014 में नई भाजपा सरकार केंद्र में बनी तो मेरी बात मानी गई। हालांकि यह सच है, कि इस मामले में सबसे पहले केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम मनमोहन सिंह की केंद्र सरकार ने ही पास किया था।
बता दें कि मोतिहारी वह जगह है जहां से महात्मा गांधी (बापू) ने स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत की थी। ऐसे में नीतीश कुमार लगातार उन दिनों एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने की मांग की थी। उन्होंने कहा इसके लिए मैंने तब के तत्कालीन शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात की थी, लेकिन मेरी बात किसी ने नहीं सुना। यही वजह है, आज बिहार के सीएम नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर रहे थे। जबकि भाजपा नेताओं से दोस्ती कायम रखने की बात कर रहे थे।
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