Patna News: बिहार में कोसी नदी अब खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। ऐसे में अब खबर आ रही है, कि जलस्तर बढ़ने के कारण पूर्वी और पश्चिमी तटवर्ती में रहने वाले लोग पिछले 4 दिनों से फंसे हुए है। दरअसल जलस्तर बढ़ने के कारण बीरपुर बैराज के फाटक खोल दिया गया। लेकिन फिर भी नदी का पानी डाउन होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में में अब कोसी नदी के तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की रातों की नीद उड़ गयी है। बता दें कि यह वहीं नदी है, जो हर साल बिहार में सबसे ज्यादा तांडव मचाती है। शायद इसलिए ही इसको बिहार राज्य की शोक नदी के नाम से भी जाना जाता है।
बिहार की शोक कहे जाने वाली कोसी नदी का बढ़ा जलस्तर
बिहार की शोक कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा राज्य के कई जिलों में बढ़ गया है। वहीं बताया जा रहा है, जलस्तर को कम करने के लिए जल संसाधन विभाग ने बीरपुर बैराज के फाटक खोल दिया, फिर भी नदी खतरे के ऊपर अभी भी बह रही है। खबरों की मानें तो अब तक बीरपुर बैराज के 56 गेट खोले जाने की खबर आई है। इस दौरान 4.14 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया ।
वहीं इस वर्ष जलस्तर बढ़ने के कारण 14 अगस्त को 4.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। वहीं इस सन्दर्भ में जिलें के बड़े अधिकारियों ने बताया कि बैराज खुलने के कारन तटवर्ती इलाकों में 10 लाख से अधिक लोग फंसे हुए है।
इन इलाकों में दिखेगा असर
कोसी नदी का प्रकोप बिहार के कुछ जिलों में देखने को मिल सकता है। स्थानीय प्रशासन की टीम लगातार लोगों को आगाह कर रही है। वहीं प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा ज्यादा है। लोग अभी से ही पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। इसके लिए पुलिस भी मदद कर रही है। बताया जा रहा है बच्चे, बूढ़े, जवान अब तिरपाल और झोपड़ियों में रहने पर मजबूर हो रहे हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।