Patna News: बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर चलने वाले लोगों के लिए इन दिनों एक नई चुनौती सामने आ गई है। जानकारी के अनुसार पटना शहर के अलग-अलग हिस्सों में हिंसक कुत्तों का कहर बढ़ गया है। दावा किया जा रहा है कि भीषण गर्मी व खाने-पीने की कमी के कारण सड़क पर रहने वाले कुत्ते आक्रामक होते जा रहे हैं और प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
पटना में स्थित सरकारी अस्पताल में इसी क्रम में एंटी-रेबिज वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। दावा किया जा रहा है कि प्रतिदिन 300 से 400 तक की संख्या में लोग आवारा कुत्तों का शिकार बन रहे हैं।
पटना में कुत्तों का कहर
बिहार की राजधानी पटना के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों आवारा कुत्तों का कहर देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2023-24 में कुत्तों का शिकार बनने वाले लोगों की संख्या में तगड़ी वृद्धि हुई है। इसके तहत गर्दीनाबाग, पीएमसीएच, न्यू गार्डिनर व गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में इस सत्र तक 35000 से ज्यादा एंटी-रैबिज वैक्सीन का डोज समाप्त हो चुका है। दावा किया जा रहा है कि प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आवारा कुत्तों का शिकार बन रहे हैं और एंटी रैबिज वैक्सीन लेने अलग-अलग अस्पतालों पर पहुंच रहे हैं।
क्यों हिंसक हो रहे कुत्ते?
पटना के विभिन्न हिस्सों में कुत्तों का हिंसक होना एक बड़ी चिंता का विषय है। हालाकि इसके पीछे एक और सवाल उठता है कि आखिर ये कुत्ते हिंसक क्यों हो रहे हैं? पशु चिकित्सकों की मानें तो कुत्तों के हिंसक होने के पीछे भीषण गर्मी का पड़ना एक बड़ी वजह है। दरअसल गर्मी के कारण सड़क पर कुत्तों का खाना-पीना दुर्लभ हो गया है। इसके साथ ही उन्हें छाया में रहने को भी नहीं मिल रहा है और वे चिल-चिलाती धूप का सामना कर रहे हैं। यही वजह है कि सड़क पर रहने वाले आवारा कुत्तों में आक्रामकता बढ़ गई है और वे हिंसक होते जा रहे हैं।