Pawan Kalyan: अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण द्वारा स्थापित जनसेना पार्टी (Janasena Party) ने एनडीए से नाता तोड़ लिया है। इसके साथ ही उन्होंने चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली तेलुगु देशम पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है। इसकी घोषणा उन्होंने गुरुवार (5 अक्टूबर) को की।
दरअसल, कुछ दिनों पहले ही पवन कल्याण और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के बीच मुलाकात हुई थी। जिसके बाद दोनों पार्टियों ने गठबंधन कर लिया था। तब से ये कयास लगाए जा रहे थे की पवन कल्याण NDA का साथ छोड़ सकते हैं। पवन कल्याण ने हाल ही में एन. चंद्रबाबू नायडू को हिरासत में लिए जाने पर विरोध भी जताया था।
जनसेना पार्टी ने 2020 में थामा था NDA का हाथ
बता दें कि जनवरी 2020 में पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली NDA से हाथ मिलाया था। इसके बाद दोनों पार्टियों ने 2024 के लोकसभा चुनाव और 2023 के विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया था। लेकिन, इस बीच जनसेना पार्टी और TDP की नजदीकियां तेजी से बढ़ी।
चूंकि टीडीपी एनडीए गठबंधन का हिस्सा नहीं है, इसलिए अफवाहें थी कि जनसेना पार्टी गठबंधन छोड़ सकती है और ऐसा ही हुआ। उन्होंने अब NDA का साथ छोड़ने का ऐलान कर दिया है। यानी आगामी विधानसभा और लोकसभा वे अब TDP के साथ मिलकर लड़ेंगे। वैसे तो पवन कल्याणा शुरू से ही भाजपा के प्रति नरम रुख रखते रहे थे, लेकिन पहली बार उन्होंने टीडीपी और चंद्रबाबू नायडू का खुले तौर पर समर्थन किया है।
तेलंगाना चुनाव में भी उतरने की है तैयारी
जनसेना पार्टी इस साल के अंत में होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी अपना हाथ आजमाने जा रही है। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही ऐलान किया था की उनकी पार्टी 119 सीटों में से 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। खम्मम जिले और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम की सीमाओं की अधिकांश सीटों पर उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी। इस बात की पुष्टि खुद पवन कल्याण ने मीडिया से बातचीत में की थी।
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