PM Modi: देश के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों लोक सभा चुनाव 2024 को लेकर अलग क्रेज है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेस कॉन्फ्रेंस ना करने को लेकर भी खूब प्रश्न खड़े होते हैं। विपक्ष समेत कई धड़े उन पर मीडिया की अनदेखी का आरोप भी लगाते हैं। हालाकि पीएम मोदी प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं करते, इसको लेकर उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। पीएम मोदी ने इंडिया टूडे ग्रूप को दिए एक इंटरव्यू में स्पष्ट किया कि उन्हें मेहनत करनी है और देश के हर तबके के लोगों के घर तक जाना है। उन्होंने कहा कि “मैं भी चाहूं तो विज्ञान भवन में फीते काटकर फोटो निकलवा सकता हूं लेकिन मैं एक छोटी योजना के लिए भी झारखंड के एक छोटे से छोटे से डिस्ट्रिक्ट में जाकर काम करता हूं।”
पीएम मोदी (PM Modi) ने मीडिया को भूमिका को लेकर कहा कि “हमारी मीडिया के बारे में एक ऐसा कल्चर बन गया है कि कुछ मत करो, बस इन्हें संभाल लो, अपनी बात बता दो तो देश के विभिन्न हिस्सों में आपकी बात चली जाएगी।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर PM ने तोड़ी चुप्पी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस ना करने को लेकर खूब सवाल खड़े होते रहे हैं। विपक्षी धड़ा के साथ आम नागरिक भी उनके द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस ना करने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराते हैं। हालाकि आज पीएम मोदी ने अंतत: स्पष्ट कर दिया कि आखिर वे प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा क्यों नहीं बनते।
पीएम मोदी ने इंडिया टूडे ग्रूप को दिए एक साक्षात्कार में स्पष्ट किया कि “हमारी मीडिया के बारे में अगल कल्चर बन गया है और कहा जाता है कि कुछ भी मत करो, बस इन्हें संभाल लो, अपनी बात बता दो तो देश के लोगों तक आपकी बात चली जाएगी। मुझे उस रास्ते पर नहीं जाना।” पीएम मोदी ने ये भी स्पष्ट किया कि “अगर वो चाहें तो विज्ञान भवन में फीते काटकर फोटो निकलवा सकते हैं। लेकिन उन्हें छोटी योजना के लिए भी झारखंड के छोटे से छोटे से जिले में जाकर काम करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे एक नए वर्क कल्चर को लेकर आए हैं और उस कल्चर को मीडिया को अगर सही लगे, तो वो प्रस्तुत करे, न लगे तो न करे।”
मीडिया की भूमिका
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने इंडिया टूडे ग्रूप को दिए साक्षात्कार के दौरान ही मीडिया की भूमिका को लेकर बड़ी बात कह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि “मीडिया आज वो नहीं है जो पहले हुआ करती थी। आज देश के लोग पत्रकारों को उनके अपने प्राथमिकता से जानते हैं और पत्रकार भी अपने विचार व विचारधाराओं को आगे बढ़ाते हैं।”