PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2024 को अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करके राम भक्तों का लगभग 500 साल का इंतजार खत्म कर दिया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि हमारे राम आ गए हैं, अब रामलला टेंट में नहीं रहेंगे, बल्कि अब वो एक भव्य मंदिर में रहेंगे।
यहां पर सवाल ये है कि क्या पीएम मोदी ने अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन करके भारत के पिछले सभी प्रधानमंत्रियों को पॉपुलैरिटी के मामले में पीछे छोड़ दिया है। आइए जानने हैं क्या है पूरी कहानी।
पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू लाए हरित क्रांति
साल 1947 में आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को देश में सबसे पहले हरित क्रांति लाने वाला कहा जाता है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अब के झारखंड के धनबाद जिले में आने वाले सिंदरी में उर्वरक संयंत्र की स्थापना करके देश में हरित क्रान्ति की नींव रखी थी।
आजाद भारत में अन्न की पैदावार बढाने के लिए सिंदरी में उर्वरक संयंत्र की स्थापना की गई थी। नेहरू के इस कदम की वजह से दुनियाभर में उनका काफी नाम हुआ था। ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के इस कदम के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है।
पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की विपक्ष ने की तारीफ
भारतीय राजनीति में खास नाम रखने वाली पूर्व दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को बांग्लादेश के निर्माण के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। साल 1971 से पहले तक पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा रहा बांग्लादेश 16 दिसंबर 1971 को एक आजाद देश बन गया। सिर्फ 13 दिनों के भीतर पाकिस्तान सेना ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर कर दिया था।
इसके बाद इंदिरा गांधी संसद में गई और कहा कि आज से ढाका आजाद बांग्लादेश की राजधानी है। उस समय पर भाजपा और प्रतिपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान को हराने और उसके दो टुकड़े करने के लिए इंदिरा गांधी को ‘अभिनव चंडी दुर्गा’ कहा था।
पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का आर्थिक योगदान
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का नाम देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा सुधार लाने के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। साल 1991 में पीवी नरसिम्हा राव की केंद्र में सरकार थी। इस सरकार में डॉ. मनमोहन सिंह केंद्रीय वित्त मंत्री थे। उन्होंने 1991 में भारत में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी।
इस तरह से उन्होंने लाइसेंस राज को खत्म किया और कई आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने का काम किया। मनमोहन सिंह के वित्त मंत्री बनते ही देश की वित्तीय स्थिति सुधरने लगी थी। इसी वजह से उनका नाम भारतीय राजनीति के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। डॉ. मनमोहन सिंह साल 2004 से लेकर 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री भी रहे।
क्या PM Modi ने खत्म किया राम भक्तों का इंतजार?
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी साल 2014 में भारत के प्रधानमंत्री बने थे। पीएम मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में हैं और उन्होंने लगभग 500 साल पुराने मुद्दे को हल कर दिया है। यहां पर हम अयोध्या राम मंदिर की बात कर रहे हैं।
साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 22 जनवरी 2024 को पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। ऐसे में पीएम मोदी ने देश के करोड़ों राम भक्तों को एक नई उम्मीद और प्रभु राम का आर्शीवाद लेने का मौका भी दिया। राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही पीएम मोदी एक बार फिर भारत सहित पूरी दुनिया में मशहूर होने के लिए चर्चा के केंद्र में आ गए हैं।
ऐसे में क्या पीएम मोदी ने अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन करके भारत के पिछले सभी प्रधानमंत्रियों को पॉपुलैरिटी के मामले में पीछे छोड़ दिया है। इस सवाल का जवाब अलग-अलग लोगों का भिन्न-भिन्न हो सकता है।
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