PM Modi Laos Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए लाओस (Laos) पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी के लाओस दौरे (PM Modi Laos Visit) को लेकर खूब सारी सुर्खियां बन रही हैं। पीएम मोदी के लाओस (Laos) दौरे का महत्व इसलिए भी है क्योंकि 1 करोड़ से भी कम की आबादी वाला ये देश दुनिया में एक अलग प्रभाव रखता है। पीएम के इस दौरे पर चीन ‘ड्रैगन’ समेत कई देशों की नजर भी है।
लाओस की सीमा भारत के चीर प्रतिद्वंदी चीन (China), म्यांमार (Myanmar), वियतनाम (Vietnam), कंबोडिया और थाईलैंड जैसे देशों से लगती है। ऐसे में आइए हम आपको इस देश के रणनीतिक महत्व और पीएम मोदी (PM Modi) के दौरे को लेकर चल रही सभी सुर्खियों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
दो दिवसीय दौरे पर Laos पहुंचे PM Modi
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय दौरे के लिए आज लाओस पहुंच चुके हैं। इसकी जानकारी पीएम मोदी के आधिकारिक एक्स हैंडल से सामने आई है। लाओस पहुंचे पीएम मोदी का स्वागत भारतीय समुदाय के लोगों ने किया। पीएम मोदी (PM Modi Laos Visit) के स्वागत में पहुंचे स्थानीय लोग उनसे हिंदी में बात कर रहे थे और बिहू नृत्य कर रहे थे जिसे देखकर पीएम बेहद प्रसन्न भी हुए। बता दें कि पीएम लाओस में ही 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और दुनिया के तमाम शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे।
PM Modi Laos Visit का महत्व
पीएम मोदी के लाओस दौरे (PM Modi Laos Visit) का रणनीतिक रूप से बेहद अहम महत्व है। दरअसल लाओस की भौगोलिक स्थिति उसे बेहद खास बनाती है। लाओस, चीन (China), म्यांमार (Myanmar), वियतनाम (Vietnam), कंबोडिया और थाईलैंड जैसे देशों से सीमा साझा करता है। लाओस की आबादी 80 लाख से भी कम बताई जाती है। हालाकि फिर भी यह देश व्यापारिक नजरिए से हमेशा अहम रहा है। फ्रांस और जापान से 1953 में मिली आजादी के बाद लाओस ने स्वतंत्र रूप से देशों से संबंध स्थापित किए हैं।
PM Modi के Laos दौरे पर ‘ड्रैगन’ की नजर
लाओस और भारत के बीच 1956 से ही बेहतरीन संबंध स्थापित हैं। लाओस के लिए भारत का महत्व इतना है कि इस छोटे से देश ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का स्थायी सदस्य बनाने का सदैव समर्थन किया है। इसके अलावा अन्य मौकों पर भी लाओस खुल कर भारत के साथों आया है। वहीं भारत ने भी कोरोना संक्रमण से लेकर रक्षा, साइंस टेक्नोलॉजी और ट्रेड से जुड़े कई मामलों में लाओस की दिल खोलकर मदद की है। ऐसे में पीएम मोदी के लाओस दौरे को लेकर फिर एक बार अहम बताया जा रहा है।
भारतीय पीएम के लाओस दौरे (PM Modi Laos Visit) पर ‘ड्रैगन’ की नजर भी है। दावा किया जा रहा है कि चीन अपने पड़ोसी देश में भारत के बढ़ते प्रभुत्व से थोड़ा परेशान है। हालाकि चीन की ओर से इसको लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पीएम मोदी के लाओस दौरे का हासिल क्या होता है?