PM Modi Russia Visit: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का क्रम लगातार जारी है। इस युद्ध को लेकर पश्चिम (Europe) के लगभग सभी प्रमुख देश रूस से खफा हैं और इसी कारण प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन को सैन्य व अन्य सपोर्ट मुहैया करा रहा हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण ही पश्चिमी देशों में सियासी उथल-पुथल का दौर भी जारी है। इसी उथल-पुथल के बीच ही आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) दौरे पर रवाना हो गए हैं जहां उनकी मुलाकात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) से भी होनी है।
पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर कई तरह की अटकलों का दौर जारी है और दावा किया जा रहा है कि भारतीय पीएम के इस दौरे (PM Modi Russia Visit) से पश्चिमी देश खफा हो सकते हैं। ऐसे में आइए हम आपको पश्चिमी देशों में उथल-पुथल के बीच, पीएम मोदी के रूस दौरे के बारे में विस्तार से बताते हैं।
रूस दौरे के लिए रवाना हुए PM Modi
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह अपने रूस दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बाद यह पीएम मोदी की पहली रूस यात्रा है। ऐसे में उनके इस यात्रा को लेकर पश्चिमी देशों की सियासत में उथल-पुथल देखने को मिल सकता है।
पीएम मोदी आज रूस पहुंच कर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे 9 और 10 जुलाई को अस्ट्रिया के दौरे पर रहेंगे। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी व रूसी राष्ट्रपति के बीच मैत्रीपूर्ण ढंग से संबंधों को आगे बढ़ाने व विकास की संभावनाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय एजेंडे के प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा भारत और रूस के बीच खास संबंध बनाए जाने से रूस और चीन के बीच मेल-मिलाप कम किया जा सकता है।
पश्चिमी देशों में उथल-पुथल के बीच रूस दौरा
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर यूरोप के खई देश व अमेरिका, प्रत्यक्ष या अप्रत्क्ष रूप से रूस के विरोध में खड़े हैं। यही वजह है कि वर्तमान में रूस से जिस देश की भी नजदीकी बढ़ रही है उसे यूरोपीय देशों व अमेरिका का विरोध झेलना पड़ रहा है।
बीते दिनों हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने रूस की राजधानी मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) से मुलाकात की थी। उनकी इस मुलाकात पर यूरोपीय नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी। ऐसे में देखना दिचस्प होगा कि पीएम मोदी (PM Modi) के रूस दौरे के बाद यूरोपीय देश इसे कैसे देखते हैं।
PM Modi के दौरे पर पश्चिमी देशों की रूख
पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर पश्चिमी देशों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं सामने आई है। हालाकि इस बीच भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी का कहना है कि उनका देश (अमेरिका) रूस-यूक्रेन यूद्ध के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए भारत के साथ लगातार संपर्क में है। ऐसे में निश्चित तौर पर भारतीय पीएम को रूस दौरे से अमेरिका भी नाखुश होगा।
भारत की ओर से स्पष्ट किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बुलावे पर 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूस की यात्रा कर रहे हैं। ऐसे में इसे किसी भी खास रणनीति से जोड़ कर देखा जाना पूर्ण रूप से गलत है।