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Prajwal Revanna Case में पूर्व CM कुमारस्वामी का बड़ा दावा, SIT को लेकर कह दी ये अहम बात

Prajwal Revanna: कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना पर लगे यौन शोषण वाले आरोप पर पूर्व सीएम कुमारास्वामी ने अपना पक्ष रखा है।

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Prajwal Revanna
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Prajwal Revanna: देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना पर लगे यौन शोषण आरोप वाले मामले में लगातार कई खुलासे सामने आ रहे हैं। कर्नाटक में सत्ता पक्ष व विपक्ष इस विषय पर अपनी-अपनी सहूलियत के साथ अपना पक्ष रख रहे हैं। इसी बीच सूबे के पूर्व सीएम व जेडीएस अध्यक्ष एचडी कुमारास्वामी ने इस मामले में कई अहम बात की है।

एचडी कुमारास्वामी ने इस मामले में प्रेस कॉफ्रेंस कर विशेष जांच दल (SIT) व कर्नाटक सरकार पर कई गंभीर सवाल खड़ा किए हैं। कुमारास्वामी ने कहा है कि “मैं समझ रहा था कि एसआईटी स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करेगी। लेकिन मैंने पढ़ा कि यह विशेष जांच टीम नहीं बल्कि सिद्धारमैया जांच टीम है।”

Prajwal Revanna केस में पूर्व CM का दावा

कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना पर लगे यौन शोषण के आरोप वाले मामले में एचडी कुमारस्वामी ने मजबूती से अपना पक्ष रखा है। उन्होंने दावा किया है कि “21 अप्रैल को राज्य में एक पेन ड्राइव बांटी गई जो कि पुलिस अधिकारियों द्वारा किया गया। उन्होंने इसे जानबूझकर बेंगलुरु ग्रामीण, मांड्या और हासन में प्रसारित किया।”

इसके अलावा उन्होंने कहा कि यौन शोषण से जुड़े इस मामले में नवीन गौड़ा, कार्तिक गौड़ा, चेतन और पुट्टी/पुर्ताराजू के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई। हालांकि 21 अप्रैल को एफआईआर दर्ज होने के बाद उनमें से किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और 26 अप्रैल को रिटर्निंग ऑफिसर ने जवाब दिया और शिकायत बंद कर दी गई है।”

जेडीएस नेता कुमारास्वामी ने प्रशासन पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि “पुलिस या चुनाव रिटर्निंग ऑफिसर ने अब तक वीडियो और पेन ड्राइव शेयर करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।”

SIT को लेकर कह दी ये बात

पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने प्रज्वल रेवन्ना पर लगे आरोपों के मामले में जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) पर भी सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि “सीएम ने इस मामले की जांच के लिए तुरंत एसआईटी का गठन किया। मैं समझ रहा था कि एसआईटी स्वतंत्र होकर जांच करेगी। लेकिन यह विशेष जांच टीम नहीं बल्कि सिद्धारमैया जांच टीम है।”

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