Thursday, December 19, 2024
Homeख़ास खबरेंPresident's Address: अभिभाषण में Emergency का जिक्र सुन भड़का India Alliance, NEET...

President’s Address: अभिभाषण में Emergency का जिक्र सुन भड़का India Alliance, NEET समेत कई मुद्दों पर बोलने की दी सलाह

Date:

Related stories

Amit Shah: डॉ अंबेडकर का जिक्र कर Congress ने गृह मंत्री को घेरा! Rahul Gandhi, Priyanka Gandhi समेत कई MPs ने की बड़ी मांग

Amit Shah: सदन में बीते कल के बाद आज फिर एक बार 'अंबेडकर-अंबेडकर' का नारा तेजी से गूंज रहा है। हालांकि, बीते कल और आज की गूंज में फर्क है। 17 दिसंबर को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने राज्यसभा में डॉ. भीम राव अंबेडकर (Dr BR Ambedkar) का जिक्र करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा था।

EVM मुद्दे पर कमजोर पड़ रही Congress! CM Omar Abdullah के बाद TMC ने दिखाया आईना; क्या गठबंधन पर पड़ेगा असर?

Abhishek Banerjee: चुनावी दौर विधानसभा या लोकसभा (Lok Sabha) का समापन जब भी होता है, तब ईवीएम (EVM) का जिक्र होना सामान्य है। ईवीएम का जिक्र विशेष तौर पर देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस करती है और बीजेपी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाती है।

Lok Sabha: ‘काले दिनों को याद कर MISA..,’ Nirmala Sitharaman ने Congress को घेरा, Mallikarjun Kharge ने किया पलटवार

Lok Sabha: पक्ष और विपक्ष, वो दो अहम पहलु हैं जो देश की आवाम के लिए नीति निर्माण में भूमिका निभाते हैं। सदन का शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) जारी है। इस बीच लोकसभा (Lok Sabha) व राज्यसभा में पक्ष, विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली है।

Mamata Banerjee के नेतृत्व क्षमता पर Lalu Yadav, Sharad Pawar के बयान से INDIA Alliance में दरार! TMC सांसदों ने की बड़ी मांग

Mamata Banerjee: संसद के शीतकालीन सत्र से इतर देश की राजनीति में एक अलग मुद्दे पर चर्चा छिड़ी है। मुद्दा है विपक्षी गठबंधन (INDIA Alliance) में नेतृत्व का। विपक्ष की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ दल तृणमूल कांग्रेस अब ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को विपक्षी गठबंधन की कमान सौंपने की डिमांड कर रही है।

Abhishek Manu Singhvi: सदन में 3, तो कैंटीन में 30 मिनट का प्रवास! ‘नोट की गड्डी’ मामले में Congress MP पर क्यों उठे सवाल?

Abhishek Manu Singhvi: 'सदन में 3 मिनट, तो वहीं कैंटीन में 30 मिनट का प्रवास!' से समय सारिणी कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी की है।

President’s Address: 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र को लेकर सुर्खियों का दौर जारी है। इसी क्रम में आज संसदीय परंपरा के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र (लोकसभा व राज्यसभा) को संबोधित किया। अभिभाषण (President’s Address) के दौरान उन्होंने आपातकाल (Emergency) को लेकर अपनी राय रखी जिसके बाद विपक्ष (India Alliance) के नेता भड़क उठे। विपक्षी नेताओं ने इसी क्रम में राष्ट्रपति को NEET 2024, बेरोजगारी व मणिपुर जैसे तमाम मुद्दों पर बोलने की सलाह दे डाली।

अभिभाषण में आपातकाल का जिक्र

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज संसद के संयुक्त सत्र (लोकसभा व राज्यसभा) में अभिभाषण के दौरान आपातकाल (Emergency) का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “1975 में तत्कालीन सरकार द्वारा आपातकाल लगाने से पूरे देश में हाहाकार मचा था। देश में संविधान लागू होने के बाद भी इस पर अनेक बार हमले हुए।” राष्ट्रपति ने इस दौरान आपातकाल को संविधान पर सीधा हमला और लोकतंत्र का काला अध्याय भी बताया।

Emergency का जिक्र सुन भड़का विपक्ष

राष्ट्रपति के अभिभाषण में आपातकाल (Emergency) का जिक्र सुन विपक्ष (India Alliance) के तमाम नेता भड़क उठे और तीखी प्रतिक्रिया देने लगे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व लोकसभा सांसद शशि थरूर ने राष्ट्रपति की अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “49 साल बाद अभिभाषण में आपातकाल के बारे में बात करने का कोई तर्क नहीं था।आज NEET परीक्षा, बेरोजगारी व मणिपुर जैसे मुद्दों पर बोलना चाहिए था। इसके अलावा भारत-चीन सीमा से जुड़े मुद्दे भी अभिभाषण में उठाए जाने चाहिए थे।”

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस संबंध में कहा कि “संसद के दोनों सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण से हमें उम्मीदें थीं लेकिन निराशा हाथ लगी। उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं जिनकी जरूरत नहीं थी।”

राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर शिवसेना (UBT) गुट के नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि “यह अब राष्ट्रपति का संबोधन नहीं है बल्कि 10 साल से यही पीएम मोदी का संबोधन है। पीएम जो चाहेंगे वही अभिभाषण में निकलेगा।” इस दौरान उन्होंने वर्तमान सरकार को अल्पमत सरकार करार देते हुए कहा कि “पीएम मोदी पहले ही बहुमत खो चुके हैं, लेकिन अभिभाषण में उसका कोई जिक्र नहीं था और आज 50 साल बाद भी इमरजेंसी की बात हो रही है। पिछले 10 साल से भी देश में इमरजेंसी है, उस पर क्या कहेंगे?”

अल्पसंख्यकों या बेरोजगारों का जिक्र नहीं

राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर AIMIM चीफ व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “राष्ट्रपति के संबोधन में अल्पसंख्यकों या बेरोजगारी का कोई जिक्र नहीं था। अमेरिकी विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन ने कल ही कहा कि भारत और धार्मिक स्थलों में नफरत फैलाने वाले भाषण में वृद्धि हुई है।”

AIMIM चीफ ने इस दौरान अभिभाषण को नई बोतल में पुरानी शराब करार दिया और NEET के साथ पेपर लीक जैसे मुद्दों पर विचार करने की सलाह दे दी।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories