Home देश & राज्य Punjab News: ग्लैंडर्स वायरस की एंट्री से Punjab सरकार हुई सचेत, लम्पी...

Punjab News: ग्लैंडर्स वायरस की एंट्री से Punjab सरकार हुई सचेत, लम्पी के बाद अब Glanders Virus का कहर जारी

Punjab News
Punjab News

Punjab News: जानवरों में होने वाली जानलेवा लम्पी वायरस का कहर अभी खत्म क्या हुआ कि इधर एक बार फिर पंजाब के अंदर घोड़ों में होने वाली Glanders Virus ने धावा बोल दिया है। यह वायरस इतना घातक और खतरनाक है, कि इसकी चपेट में आए घोड़े ज्यादा दिन तक जिन्दा नहीं रहते। ऐसे में पशु विशेषज्ञों ने इसे एक जानलेवा वायरस घोषित किया हुआ है। आइए जानते है कि पंजाब में यह वायरस कितना कहर बरपा रहा है। साथ ही पंजाब सरकार इस घातक वायरस से बचने के लिए क्या बंदोबस्त कर रही हैं। 

ये भी पढ़ें: Barack Obama Remarks: ओबामा पर फूटा निर्मला सीतारमण का गुस्सा, कहा-‘जिन्होंने मुस्लिम देशों पर बरसाए बम, उन पर कैसे करें भरोसा’

पंजाब सरकार और पशु अधिकारियों का ये है नया प्लान 

जैसे ही Glanders Virus ने पंजाब के अमृतसर में दस्तक दी तब से सरकार और पशु अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। यह पहला मामला नहीं जब इस भयावह बीमारी ने पंजाब में दस्तक दी हो।  इससे पहले भी साल के शुरुआती दौर यानी की फरवरी माह में इस वायरस ने सबसे पहले होशियारपुर में दस्तक दी थी। लेकिन अब यह मामला बढ़ता जा रहा है। बता दें कि प्रदेश में इस वायरस ने चौथी बार दस्तक दी है। इसी वजह से सरकार अब पशुओं की आवाजाही और पशुओं की प्रदर्शनी पर रोक लगाने का विचार कर रही है। वहीं पशु विभाग की तरफ से घोड़ा पालकों के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।  

जानिए क्या होता है Glanders Virus?

बता दें कि  Glanders Virus पशुओं में होने वाला रोग है। आमतौर पर यह वायरस घोड़ों को टारगेट करता है। यह वायरस घोड़ों में बहुत तेजी से फैलता है। जिस भी घोड़े को यह वायरस अपना शिकार बनता है, उसकी बचने की सम्भावना काफी कम हो जाती है। यह एक संक्रामक रोग है, जो एक पशु से दूसरे पशु में आसानी से फ़ैल जाता है। Glanders Virus के चपेट में आए पशु अक्सर सुस्त पड़ जाते हैं। इस दौरान उन्हें बुखार, पूरे शरीर में फफोले पड़ जाते है। इसके अलावा उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत आती है। वहीं अगर इस रोग के प्रमुख पहचान की बात करें तो घोड़ों की नाक से बार-बार पानी आना इसकी पहचान है। इसके अलावा इस Virus का सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह इंसान को भी टारगेट करता है। यही वजह है कि संक्रमित पशु पालक की भी जांच की जाती है। ऐसे में जो घोड़ा रोग ग्रस्त हो जाता है उसके मरने के बाद भी उसे जमीन में काफी गहराई से दफनाया जाता है। 

ये भी पढ़ें: Wrestlers Protest: बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों का नया ऐलान, अब सड़कों पर नहीं होगा दंगल, कोर्ट में होगी लड़ाई

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Exit mobile version