Punjab News: पंजाब ने एक बार फिर राष्ट्रीय पूल में खाद्यान्न योगदान में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, जो 24 मई तक भारत भर में खरीदे गए कुल गेहूं का 47.29% है। मालूम हो कि पंजाब और हरियाणा में जोरदार खरीद के साथ पंजाब एक बार फिर शीर्ष स्थान पर आ गया है। आमतौर पर गेंहू की खरीद अप्रैल से मई तक चलती है। लेकिन केंद्र ने इस साल राज्यों को फसल आवक के आधार पर खरीदने की अनुमति दी है। गौरतलब है कि केवल पंजाब राज्य ने ही एमएसपी पर खरीदे गए कुल 262.62 एलएमटी में से 124.1 लाख मीट्रिक टन सिर्फ गेहूं का योगदान दिया है।
इन राज्यों ने दिया इतना योगदान
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के डैशबोर्ड पर अपलोड किए गए रबी विपणन सीजन 2024-25 के खरीद आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा योगदान पंजाब ने दिया है जो कुल 124.1 लाख मीट्रिक टन है। वहीं अगर हम पंजाब से सटे हरियाणा की बात करे तो हरियाणा ने 71.12 एलएमटी, मध्य प्रदेश 48.04 एलएमटी, राजस्थान 10.13 एलएमटी, और उत्तर प्रदेश 8.96 एलएमटी का योगदान दिया हैं।
हमारी लड़ाई इस लूट के खिलाफ
किसान संगठन बीकेयू एकता उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि “कोई भी पंजाब को गेहूं और धान पर एमएसपी का लाभ मिलने के बारे में डेटा देख सकता है, लेकिन हम केवल पंजाब या हरियाणा के किसानों के बारे में चिंतित नहीं हैं, बल्कि पूरे देश के किसानों को एमएसपी का लाभ दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। कई जगहों पर एमएसपी के अभाव में किसान अपनी फसल कम दाम पर बेचने को मजबूर हैं। हमारी लड़ाई इस लूट के खिलाफ है”।