Ayushman Bharat PM-JAY Scheme: मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार बुजुर्गों के हित को देखते हुए खास कदम उठाती है। बुजुर्गों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखते हुए आम आदमी क्लिनिक और अन्य सुविधाओं को विस्तार देने पर जोर दिया जाता है। बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए ही आयुष्मान भारत PM-JAY मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बड़ा कदम उठाया गया है।
मान सरकार ने इस योजना के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक की आयु वाले 35 लाख लाभार्थियों की पहचान की है। ये सभी आयुष्मान भारत PM-JAY (Ayushman Bharat PM-JAY Scheme) मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का हिस्सा बनेंगे। इस योजना का हिस्सा बनने के बाद बुजुर्गों को सलाना 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा।
Ayushman Bharat PM-JAY Scheme के तहत 35 लाख बुजुर्गों को उपहार देने की योजना!
आयुष्मान भारत योजना के विस्तार के साथ ही बुजुर्गों के लिए नई पहल शुरू कर दी गई है। इसके तहत अब पंजाब में 70 वर्ष से अधिक की आयु वाले बुजुर्गों को आयुष्मान भारत PM-JAY मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सलाना 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। इस खास योजना में शामिल होने वाले बुजुर्गों की पहचान भी कर ली गई है। पंजाब में 70 वर्ष से अधिक की आयु वाले 35 लाख बुजुर्ग अब आयुष्मान भारत PM-JAY मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का हिस्सा बनेंगे। ध्यान रहे कि इस योजना का लाभार्थी बनने के लिए लोगों की आर्थित स्थिती और परिवार के अन्य सदस्यों का लाभार्थी होना मायने नहीं रखता है।
भगवंत मान सरकार की नीतियों से कैसे होगा लाभ?
केन्द्र की आयुष्मान भारत योजना को विस्तार मिलने के राज्य सरकारों का योगदान भी अहम होगा। योग्य लाभार्थियों की पहचान करना और ये सुनिश्चित करना कि कोई भी बुजुर्ग योजना से छूट न पाए, इसकी देखबाल राज्य सरकार ही करेगी। ऐसे में पंजाब में आयुष्मान भारत योजना को विस्तार देने और बुजुर्गों तक लाभ पहुंचाने का काम भगवंत मान सरकार की नीतियों पर निर्भर करेगा। बता दें कि इस खास योजना से बुजुर्गों को चिकित्सा मुहैया कराई जाएगी। इससे लाभार्थियों की आर्थिक बचत होगी और उन्हें त्वरित और बेहतर इलाज मिल सकेगा।
ध्यान देने योग्य बात है कि पंजाब में बुजुर्गों की आबादी तेजी से बढ़ी है। 2011 और 2024 के बीच राष्ट्रीय औसत को पीछे छोड़ते हुए पंजाब में बुजुर्ग आबादी में इजाफा दर्ज किया गया है। अनुपात की बात करें तो पंजाब में बुजुर्ग नागरिकों का अनुपात 2011 में 10.3% से बढ़कर 2024 में 12.6% हो गया है।