Bandi Chhor Divas: सिख समुदाय प्रकाश पर्व दिवाली (Diwali) को अलग रूप में मनाता है। इसे ‘बंदी छोड़ दिवस’ के रूप में जाना जाता है। मान्यताओं और ऐतिहासिक मत के अनुसार इस खास दिन को ही गुरु हरगोबिंद साहिब (Guru Hargobind Sahib) ने ग्वालियर किले से 52 राजाओं को मुक्त कराया था और उन्हें अपने साथ लेकर लौटे थे।
ऐसे में पंजाब समेत देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले सिख समुदाय के लोग आज के खास दिन को दिवाली के बजाय बंदी छोड़ दिवस (Bandi Chhor Divas) के रूप में मनाते हैं। बंदी छोड़ दिवस के अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने लोगों के नाम बधाई संदेश जारी कर खास बात कही है। ऐसे में आइए हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने की कोशिश करते हैं।
Bandi Chhor Divas पर CM Mann की प्रतिक्रिया
बंदी छोड़ दिवस के अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) की खास प्रतिक्रिया सामने आई है।सीएम मान के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “आप सभी को ‘बंदी छोड़ दिवस’ की बधाई। इस दिन छठे पातशाह धन धन श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी ग्वालियर किले से 52 राजाओं को अपने साथ लाए थे।”
बंदी छोड़ दिवस का महत्व
बंदी छोड़ दिवस (Bandi Chhor Divas) सिख समुदाय के लिए बेहद अहम है। जानकारी के मुताबिक ये ऐतिहासिक घटना मुगल काल की है। इस खास दिन को ही श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने ग्वालियर किले में से 52 राजाओं को रिहा कराया था और उन्हें अपने साथ लेकर लौटे थे।
ये सभी राजा अलग-अलग कारणों से मुगलों के दरबार में कैदी बने थे। इसके बाद हरगोबिंद साहिब ग्वालियर की कैद से बंदी राजाओं को मुक्त करवा कर बंदीछोड़ सतगुरु बने और फिर सिख समुदाय ने घी का दीपक जलाकर उनका स्वागत किया। यही वजह है कि हर वर्ष दिवाली के दिन बंदी छोड़ दिवस मनाया जाता है।