Bhagat Singh Jayanti 2024: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे युवा क्रांतिकारियों में से एक शहीद भगत सिंह की आज जयंती है। (Bhagat Singh Jayanti 2024), बच्चों से लेकर बड़ों तक हम सब उन्हें शहीद ए आजम के नाम से भी जानते है। महज 23 साल की उम्र में शहीद भगत सिहं खुशी- खुशी फांसी के फंदे पर झूल गए और देश के लिए शहीद हो गए। आज हम शहीद ए आजम के बारे में कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानेंगे, वहीं PM Modi, Bhagwant Mann समेत कई नेताओं ने भगत सिंह की जयंती पर उन्हें नमन किया है।
पीएम मोदी ने शहीद ए आजम को किया नमन
पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भगत सिंह की जंयती पर लिखा कि
“मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले अमर शहीद भगत सिंह को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन”।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किया नमन
पंजाब के मुख्यमंत्री Bhagwant Mann ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि “शहीद-ए-आजम स. भगत सिंह जी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक नमन,
उनका महान बलिदान और उनके द्वारा स्थापित आदर्श हमारी आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे”।
अपने प्राणों की आहुति दी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भगत सिंह कि जयंती पर लिखा कि “क्रांतिवीर भगत सिंह जी ने न केवल ब्रिटिश हुकूमत को बुलंद आवाज से ललकारा, बल्कि देश की स्वतंत्रता व सुनहरे कल के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दी। एक ओर उन्होंने अपने ओजस्वी विचारों से युवाओं को माँ भारती की स्वाधीनता के लिए प्रेरित किया,
तो दूसरी ओर टुकड़ों में बंटे स्वतंत्रता संग्राम को संगठित किया। उनके बलिदान की चिंगारी ऐसी महाज्वाला बनी, जिससे पूरे देश में आजादी की लहर और प्रचंड हो गयी। शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी को उनकी जयंती पर कोटिशः वंदन”।
राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि “महान क्रांतिकारी शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
उनका साहस, त्याग एवं बलिदान हम सभी के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा”।
शहीद ए आजम के बारे में कुछ रोचक तथ्य
आज हम आपको बताने जा रहे है शहीद ए आजम के बारे में कुछ रोचक तथ्य
●बता दें कि भगत सिंह कभी भी शादी नहीं करना चाहता थे, उनके माता- पिता द्वारा कई कोशिश करने पर वह घर छोड़कर कानुपर चले गए थे।
●भगत सिंह के जन्म 28 सितंबर 1907 को लाहौर में हुआ था। जो आज पड़ोसी देश पाकिस्तान में है। अपने मुकदमे की सुनवाई के समय उन्होंने अपना कोई बचाव पेश नहीं किया।
शहीद ए आजम को लिखने का बहुत शौक था, उनके कई कोट्स आज भी काफी प्रसिद्ध है। “मैं जीवन में महत्वाकांक्षा, आशा और आकर्षण से भरा हुआ हूं, लेकिन मैं जरूरत के समय सब कुछ त्याग सकता हूं”।, “वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते। वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को कुचल नहीं सकते” (Bhagat Singh Jayanti 2024)।