Bhagwant Mann: चुनावी शोरगूल, आरोप-प्रत्यारोप व अन्य कई समीकरण। इन सभी का सामना करते हुए भगवंत मान के नेतृत्व वाली AAP सरकार ने 2.5 साल से ज्यादा का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) और उनके कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र हो रहा है। ‘AAP Punjab’ ने इस खास मौके पर एक विस्तृत ब्योरा पेश किया है। आप पंजाब की ओर से स्पष्ट किया गया है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के 2.5 साल के कार्यकाल में राज्य में 86541 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। वहीं इस अल्प कार्यकाल में 3.90 लाख नौकरियां सृजित की गई हैं। सीएम मान का दावा है कि निकट भविष्य में भी उनकी योजनाएं जारी रहेंगी और पंजाब के विकास को गति देने का काम किया जाएगा।
CM Bhagwant Mann के कार्यकाल की खास उपलब्धियां
मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व में पंजाब में निवेश की झड़ी लगी है। AAP सरकार के 2.5 साल के कार्यकाल को देखें तो राज्य में टाटा स्टील, अंबुजा सीमेंट, नेसले, रुचिरा पेपर्स, सनातन पॉलिकॉट जैसे दिग्गजों ने निवेश किया है। टाटा स्टील ने पंजाब में 2600 करोड़, सनातन पॉलिकॉट ने 1600 करोड़, अंबुजा सीमेंट ने 1400 करोड़, रुचिरा पेपर्स ने 1137 करोड़ और नेसले ने 583 करोड़ रुपए का निवेश किया है। 2.5 साल में हुए इस भारी-भरकम निवेश का असर भी तगड़ा रहा है। इस निवेश के कारण 3.90 लाख नए नौकरियों का सृजन हुआ है। वहीं शीर्ष रैंक वाले इन्वेस्ट पंजाब पोर्टल के माध्यम से 58000 से ज्यादा एसएमई पंजीकृत हुए हैं।
वर्तमान में पंजाब सरकार की उद्योग-अनुकूल नीतियां व्यवसायों को एक हलफनामे के साथ शुरू करने की अनुमति देती हैं। आप व्यवसाय शुरू करने के 3 साल के भीतर पूरा दस्तावेजीकरण करा सकते हैं। पंजाब के उद्योग मंत्री पंजाब के उद्योग मंत्री तरुणप्रीत सिंह भी लगातार उद्यमियों को राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते रहे हैं।
पंजाब के विकास को गति देने के लिए प्रयासरत सीएम भगवंत मान!
सीएम भगवंत मान लगातार पंजाब (Punjab) के विकास को गति देने के लिए प्रयासरत नजर आते हैं। इसी कड़ी में उनका जोर नए अस्पताल भवन, शिक्षण संस्थान, हाइटेक पुस्तकालय आदि के निर्माण पर रहता है। प्रशासनिक अमले को भी फ्री-हैंड देकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशा मुक्त पंजाब की मुहिम छेड़ रखी है। कुलजमा बात है कि सीएम मान द्वारा किए जा रहे ये सभी प्रयास पंजाब के विकास को रफ्तार देने के लिए हैं। उनका कहना है कि अपने कार्यकाल (5 वर्ष) के पूर्ण होने तक रोजगार से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग समेत अन्य सभी क्षेत्रों में पंजाब की तस्वीर बदलना ही उनका लक्ष्य है।