Golden Temple Controversy:अंबाला की एक लड़की के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवादार द्वारा प्रवेश से वंचित किए जाने की घटना के बाद आज लड़की के पिता ने माफी मांगी है। उसके पिता ने कहा कि मामले को ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर दिया गया है। उन्हें नहीं पता था कि सुरक्षा के तौर पर भेजा गया वीडियो इतना वायरल हो जाएगा। उसने कहा कि हम फिर से मंदिर जाएंगे और सद्भाव के लिए प्रार्थना करेंगे। इससे पहले एसजीपीसी के महासचिव ने भी सेवादार की हरकत पर मांग ली थी।
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें लड़की ने चेहरे पर तिरंगा पेंट होने के कारण सेवादार द्वारा स्वर्ण मंदिर में प्रवेश देने से वंचित करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था। जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। आज इस विवाद में एक नया मोड़ आ गया जब लड़की के पिता ने इसको लेकर माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि वीडियो को इतने गलत तरीके से ले लिया जाएगा। उनका इसे लेकर विवाद पैदा करने का कोई इरादा था।
इसे भी पढ़ेंः Punjab News: Mann सरकार ने दिया हजारों संविदाकर्मियों को शानदार तोहफा, जानें एक फैसले से
पिता ने मांगी माफी
लड़की के पिता ने कहा कि अगर उनकी वजह से किसी की भी भावनाओं को दुःख पहुंचा है तो वो इसके लिए माफी मांगते हैं। इस घटना को बड़ा चढ़ाकर पेश कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद लोग सिख समुदाय, स्वर्ण मंदिर के सेवादार, एसजीपीसी और उसके परिवार के बारे बहुत गलत लिख रहे हैं। उनकी भावना किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं थी। वो दोबारा स्वर्ण मंदिर में जाकर मत्था टेकेंगे और देश की शांति सद्भाव की प्रार्थना करेंगे।
लड़की ने दिया बयान
वहीं इस विवाद में अब उस लड़की ने सफाई दी है कि उसने तो इस वीडियो को सुरक्षा व्यवस्था के सबूत के तौर पर सोशल मीडिया समूहों में साझा किया था। ताकि कोई गलत न हो। वो तो जब मंदिर में गई थी तो उसे अपने कपड़े ठीक करने को बोला गया था। तो उसने कहते ही ठीक कर ली थी। लेकिन जब एक सेवादार ने उसके गालों पर तिरंगा झंडा देखा तो उसके बाद की सारी घटना वीडियो में कैद है।
इसे भी पढ़ेंः Bilawal Bhutto India Visit: नाजुक हालात के बीच पाकिस्तानी विदेश मंत्री आएंगे भारत, PM Modi को लेकर दिया था विवादित बयान